कृषि विवि पालमपुर के नाम एक और तमगा, देश में 19वां रैंक
कृषि विवि पालमपुर में पिछले कुछ सालों से छात्रों की संख्या बढ़ रही है तथा हर वर्ष प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थियों की संख्या 17 से 18 हजार तक रहती है।
पालमपुर, जेएनएन। चौधरी सरवण कुमार कृषि विवि पालमपुर ने एक बार दोबारा लोहा देश भर में मनवाया है। मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से नेशनल इंस्टीट्यूटनल ऑफ फ्रेम वर्क के तहत करवाए जाने वाले सर्वे में कृषि विवि देशभर में 19वें स्थान पर रहा है।
कृषि विवि ने पहली बार इस प्रक्रिया में भाग लिया था। इसमें देशभर के 63 विवि के नामों की सूची मानव संसाधन मंत्रालय ने जारी की है। कृषि विवि में पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रही विद्यार्थियों की संख्या और बेहतरपरीक्षा परिणाम सहित राष्ट्रस्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में कृषि विवि के छात्रों का आगे रहना इस उपलब्धि का मुख्य कारण रहे हैं। मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से हर वर्ष करवाए जाने वाले सर्वे में देशभर के कृषि विवि, आइसीएआर, सेंटर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, आइसीएआर डीम्ड यूनिवर्सिटी आदि शामिल होती हैं। इसमें इनके द्वारा किए गए शोध कार्यों, छात्रों की संख्या, नेशनल स्तर पर होने वाली परीक्षाओं में छात्रों की परफॉरमेंस आदि को ध्यान में रखकर अंक दिए जाते हैं। इन्हीं अंकों के आधार पर विवि का रैंक तय किया जाता है।
कृषि विवि पालमपुर में पिछले कुछ सालों से छात्रों की संख्या बढ़ रही है तथा हर वर्ष प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थियों की संख्या 17 से 18 हजार तक रहती है। वहीं नेशनल स्तर की परीक्षाओं की बात करें तो 101 विद्यार्थियों ने गत वर्ष अपना लोहा मनवाया था। इसमेंभारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से आयोजित जूनियर व सीनियर फेलोशिप में 91 विद्यार्थियों, एग्रो मैनेजमेंट में नौ, और भारतीय सेना एक विद्यार्थी नियुक्त हुआ था।
इसी तरह इस वर्ष कृषि अनुसंधान सेवा परीक्षा में कृषि विवि के आठ छात्रों ने कृषि विवि का नाम देश भर में चमकाया था। इस परीक्षा में भी कृषि विवि देश भर में दूसरे स्थान पर रहा था। इन उपलब्धियों के अतिरिक्त बेहतर शोध कार्यों की वजह से जो कृषि विवि की ओर से किए गए आकलन के आधार पर उनको देश भर की विवि में 19वां स्थान मिला है। मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से जारी सूची में कुल 63 विवि के नाम है।
कुलपति प्रो.एके सरयाल के बेहतर नेतृत्व और मार्गदर्शन की बदौलत कृषि विवि देशभर में अपना झंडा बुलंद कर रहा है। उन्हीं के प्रयासों का नतीजा है कि आज कृषि विवि पालमपुर देश भर में 19वें रैंक पर रहा है।
डॉ.हृदयपाल सिंह, संयुक्त निदेशक, प्रसार।
पहले क्वालीफाई ही नहीं कर पाया था विवि
कृषि विवि पूर्व में भी इस र्रैंंकग प्रक्रिया में भाग लेता रहा है लेकिन इससे पहले यह क्वालीफाई ही नहीं कर पाया था, जिस कारण इसका ग्राफ गिर रहा था। विवि के कुलपति प्रो.एके सरयाल के नेतृत्व में बेहतर कार्यों और उनके द्वारा स्वयं कक्षाओं के संचालन के कारण कृषि विवि में बेहतर कार्य हो रहा है।