जिला में 35 फीसद कम हुई गेहूं की पैदावार
किसानों को मौसम की बेरुखी से काफी नुकसान हुआ है।
जागरण संवाददाता, चंबा : किसानों को मौसम की बेरुखी से काफी नुकसान हुआ है। समय पर बारिश न होने से किसानों की 35 फीसद गेहूं की फसल प्रभावित हुई है। किसान बची फसल को समेटने में लगे हैं ताकि नुकसान को कम किया जा सके। कुदरत के कहर से चंबा के किसान इस बार भी नहीं बच पाए हैं। बारिश न होने से गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
पथरीली भूमि पर गेहूं की फसल को 50 फीसद से अधिक नुकसान हुआ है। उक्त क्षेत्र में किसानों को कुछ भी नसीब नहीं हो पाया है। किसान दिन-रात जंगली जानवरों से फसलों को इसी उम्मीद में बचाता रहा, ताकि समय पर बारिश होगी और अच्छी पैदावार होगी लेकिन किसानों की उम्मीद फिर टूट गई है। क्योंकि उन्हें हर साल गेहूं की फसल में काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। अधिकतर किसानों ने गेहूं की फसल बीजना छोड़ दी है, क्योंकि किसानों को हर वर्ष फसल बिजाई के पैसे भी वसूल नहीं हो रहे हैं। फिलहाल चंबा के किसान खेतों में गेहूं कटाई के कार्य में लगे हुए हैं, ताकि जो थोड़ी बहुत फसल बची है, उसे जल्द समेटा जा सके। क्योंकि बेमौसमी बारिश से खेतों में काटी फसल के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है।
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चंबा में इस बार मौसम की बैरुखी के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। कृषि विभाग किसानों को बीमा के मुआवजे के जरिये राहत दिला रहा है। अगर किसी किसान की फसल खेतों में भारी ओलावृष्टि से नष्ट हो जाती है, तो उक्त किसान संबंधित विभाग को 24 घंटे के अंदर सूचना देगा, ताकि विभाग की टीम नुकसान का जायजा ले सके। उसके बाद किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
-धर्मचंद डोगरा, उपनिदेशक, कृषि विभाग।