जरूरतमंद की सहायता पर परमात्मा देते हैं फल
चंबा सत्संग भवन मुगला में रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, चंबा : सत्संग भवन मुगला में रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। निरंकारी मंडल के प्रमुख महात्मा विजय कुमार ने संगत के सेवाभाव की जानकारी दी। इस मौके पर उन्होंने बताया कि सेवा भाव से भी परमात्मा को पाया जा सकता है। अगर लोगों के पास भक्ति के लिए समय नहीं है तो वह जरूरतमंद लोगों की सेवा करके ही भक्ति का फल पा सकते हैं। अगर किसी जरूरतमंद को कपड़ा, रोटी या अन्य जरूरतमंद का सामान दे दिया जाए तो भगवान उसको भक्ति समझकर फल दे देते हैं। इसलिए मनुष्य को अपने कर्म पर ही विश्वास करना चाहिए। कर्म का फल हर व्यक्ति को इस इस जन्म में भोगना पड़ता है। सतगुरु का यही संदेश है कि गृहस्थ जीवन में रहकर ही इंसानियत की सेवा करें। दूसरों के दुख बांटें और दूसरों की खुशी में भी सहभागी बनें। ईश्वर को वह लोग प्रिय हैं जो इंसानियत से प्यार करते हैं। परोपकारी जीवन जीते हैं और जहां भी मौका मिले दूसरों के हमदर्द बनने के प्रयास में रहते हैं। सतगुरु से परमात्मा को बोध करके हम ब्रह्मज्ञानी अर्थात निरंकारी तो कहलाते हैं मगर वास्तविक निरंकारी हम तभी कहलाते हैं जब सतगुरु के उपदेशों का अनुसरण करते हैं। केवल परमात्मा को जानना ही नहीं बल्कि मानना भी जरूरी है। परमात्मा को मानने में तभी आनंद है जब हम परमात्मा को जान लेते हैं। उन्होंने गुरु के महत्व पर भी प्रकाश डाला। परमात्मा को पाने के लिए पहले गुरु का आशीर्वाद जरूरी है।