बर्फ में दबी पाइपें, भरमौर व होली में पेयजल संकट
भरमौर में बर्फबारी ने ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल योजनाओं को तहस-नहस कर दिया है।
संवाद सहयोगी, भरमौर : उपमंडल भरमौर में बर्फबारी ने ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल योजनाओं को तहस-नहस कर दिया है। साथ ही क्षेत्र में हजारों की आबादी के समक्ष पेयजल संकट खड़ा हो गया है। हालांकि ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने बहाली को लेकर कार्य युद्धस्तर पर आरंभ कर दिया है। लेकिन पांच से छह फीट बर्फ में पेयजल योजनाओं को बहाल करना भी ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के समक्ष बड़ी चुनौती बना है।
प्रारंभिक तौर पर हिमपात से ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के उपमंडल भरमौर में साढ़े तीन करोड़ रुपये के नुकसान होने का आकलन किया गया है। बहरहाल, विभाग ने प्रशासन और उच्च अधिकारियों को डैमेज रिपोर्ट भेज दी है। इसकी पुष्टि ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता एसआर शर्मा ने की है।
बर्फबारी के कारण आइपीएच की क्षेत्र में चल रही 65 पेयजल योजनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है। हालात यह हैं कि पेयजल योजनाओं के टैंक और पाइपें बर्फ में दफन हो गए हैं। विभाग के मुताबिक आरंभिक तौर पर साढे़ तीन करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। 65 पेयजल योजनाओं में से अधिकतर को आंशिक रूप से आरंभ कर दिया है, ताकि क्षेत्र की जनता को पानी के लिए मुश्किल न झेलनी पड़े। होली में जल्द होगी पानी की व्यवस्था
¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता एसआर शर्मा ने बताया कि होली में पैदा हुए जलसंकट से लोगों को निजात दिलाने के लिए प्रयास आरंभ कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय चंबा से पाइपों की आपूर्ति होली के लिए आरंभ कर दी है। लिहाजा पाइपों के होली पहुंचने के तुरंत बाद पेयजल बहाल कर दिया जाएगा। तुंलग नाला से होली के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है। बर्फबारी के बाद पानी का टैंक तहस-नहस हो गया है। वहीं, पाइपें भी बर्फ में दफन हो गई हैं, जिसके चलते होली के सैकड़ों उपभोक्ताओं को इन दिनों पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। विभाग ने होली में अस्थायी रूप से पेयजल व्यवस्था के लिए कवायद आरंभ कर दी है।