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एनएचपीसी ने मनाया विश्वकर्मा पूजा दिवस

विश्वकर्मा पूजा दिवस पर सोमवार को एनएचपीसी क्षेत्रीय कार्यालय बनीखेत द्वारा

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 06:36 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 06:36 PM (IST)
एनएचपीसी ने मनाया विश्वकर्मा पूजा दिवस

संवाद सहयोगी, डलहौजी : विश्वकर्मा पूजा दिवस पर सोमवार को एनएचपीसी क्षेत्रीय कार्यालय बनीखेत द्वारा स्थानीय पद्धर चौगान में व एनएचपीसी चमेरा पावर स्टेशन-1 खैरी के द्वारा चौहड़ा बांध परिसर के समीप वार्षिक भंडारा लगाया गया। बनीखेत में एनएचपीसी क्षेत्रीय कार्यालय के कार्यपालक निदेशक रूपक जैन की अगुवाई में सुबह के समय क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने विश्वकर्मा की विशेष पूजा-अर्चना व हवन पूजन किया। वहीं, कंजक पूजन उपरांत दोपहर एक बजे से देर शाम तक पद्धर चौगान में विशाल भंडारा आयोजित किया गया। भंडारे में एनएचपीसी के अधिकारियों व कार्मिकों के परिवारों सहित बनीखेत, पुखरी, डलहौजी, ढलोह, बगढार, सुदली व बाथरी सहित आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों लोंगों ने प्रसाद ग्रहण किया। उधर, चौहड़ा बांध परिसर पर सोमवार सुबह चमेरा पावर स्टेशन-1 खैरी के महाप्रबंधक राम पाल शर्मा की अगुवाई में पावर स्टेशन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की। वहीं, कंजक पूजन के उपरांत दोपहर एक बजे से देर शाम तक बांध परिसर के समीप वार्षिक विशाल भंडारा आयोजित किया गया। भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

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आइएएनर्जी हाइड्रो प्रोजेक्ट में की पूजा

संवाद सूत्र, सेईकोठी : चुराह क्षेत्र के आइएएनर्जी हाइड्रो प्रोजेक्ट में सोमवार को विश्वकर्मा पूजा दिवस मनाया गया। आइएएनर्जी हाइड्रो प्रोजेक्ट में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों ने पूजा पाठ किया। इस अवसर पर आइएएनर्जी हाइड्रो प्रोजेक्ट के प्रबंधक अजय ने औजारों के पूजन के बाद विश्वकर्मा दिवस के बारे में बताया कि पुराणों में वर्णित लेखों के अनुसार इस सृष्टि की रचना आदिदेव ब्रह्माजी द्वारा मानी जाती है। विश्वकर्माजी की सहायता से इस सृष्टि का निर्माण हुआ। इसी कारण इन्हें देवताओं का इंजीनियर भी कहा जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार विश्वकर्मा ब्रह्माजी की सातवीं संतान वास्तु के पुत्र थे। वे अपने माता-पिता की भांति महान शिल्पकार हुए। देवताओं का स्वर्ग हो या लंका के रावण की सोने की लंका या फिर भगवान कृष्ण की द्वारिका और पांडवों की राजधानी हस्तिनापुर, इन सभी का निर्माण भगवान विश्वकर्मा द्वारा किया गया था। संस्थान में इस मौके पर मिठाई भी बांटी गई। इस मौके पर मैनेजर नील कमल, निशांत, विकास दत्त, तेजा नेगी, विजय सुनील गुलेरिया, विनय, हिमांशु संबयाल, पवन, निशांत मेहता, खेम राज, हनीफ मोहम्मद समेत कर्मचारी व अधिकारी मौजूद रहे।


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