सेवाएं समाप्त करने पर मजदूरों ने दिया धरना
एनएचपीसी के बैरा स्यूल पावर स्टेशन में ठेकेदार द्वारा निकाले गए मजदूरों ने परिवार सहित पावर स्टेशन के मुख्य गेट के पास धरना प्रदर्शन किया। शनिवार सुबह करीब दस बजे मजदूर परिवार सहित मुख्य गेट के पास एकत्रित हो गए। इस दौरान महिलाओं ने पावर स्टेशन के मुख्य गेट को बंद कर दिया तथा धरने पर बैठ गए। दोपहर के भोजन के समय पावर स्टेशन के अधिकारियों की गाड़ियां भी गेट के अंदर ही रही। मजदूरों का कहना है कि वे मार्च 2015 से एनएचपीसी सुरंगाणी बैरा स्यूल पावर स्टेशन में अनुबंध आधार पर कार्यरत हैं। सभी अपनी कार्यशाला में विभिन्न कार्यों में सेवाएं प्रदान कर रहे थे। सेवाकाल
संवाद सहयोगी, सुरंगानी : एनएचपीसी के बैरास्यूल पावर स्टेशन में ठेकेदार द्वारा निकाले गए मजदूरों ने परिवार सहित पावर स्टेशन के मुख्य गेट के पास धरना प्रदर्शन किया। शनिवार सुबह करीब दस बजे मजदूर परिवार सहित मुख्य गेट के पास एकत्रित हो गए। इस दौरान महिलाओं ने पावर स्टेशन के मुख्य गेट को बंद कर दिया तथा धरने पर बैठ गए। दोपहर के भोजन के समय पावर स्टेशन के अधिकारियों की गाड़ियां भी गेट के अंदर ही रहीं।
मजदूरों का कहना है कि वे मार्च 2015 से एनएचपीसी सुरंगानी बैरास्यूल पावर स्टेशन में अनुबंध आधार पर कार्यरत हैं। सभी अपनी कार्यशाला में विभिन्न कार्यो में सेवाएं प्रदान कर रहे थे। सेवाकाल के दौरान इतने अधिक वर्ष बीतने के बाद भी आज तक उन्होंने कोई शिकायत का मौका नहीं दिया। वर्कर यूनियन की अध्यक्ष कमलेश कुमारी ने भी मजदूरों के परिवार के साथ मिलकर मजदूरों को निकालने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करने के बावजूद मजदूरों को ठेकेदार द्वारा कार्य से निकाल दिया गया है, जिसे कतई सहन नहीं किया जाएगा।
ज्ञात हो कि इसी साल अप्रैल में भी मजदूरों ने प्रदर्शन किया था। वह कुछ समय तक चलता रहा परंतु इसका कोई स्थाई हल नहीं निकल पाया था। मजदूरों ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन आगामी दिनों में भी जारी रहेगा। वर्कर यूनियन की अध्यक्ष कमलेश कुमारी ने बताया कि रविवार को इस संबंध में बैठक बुलाई गई है। उसमें जो भी हल निकलेगा, उसी के आधार पर सोमवार को आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कमलेश कुमारी ने बताया कि सोमवार को उपायुक्त चंबा को भी शिकायतपत्र देंगे। यदि यहां पर कोई स्थाई हल नहीं निकलता है तो मजदूर अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे। धरने में अरुण कुमार, महेंद्र सिंह, केवल कुमार, पृथ्वी सिंह, संजू कुमार, सुरेंद्र कुमार के साथ महिलाएं व अन्य मजदूर लोग भी शामिल रहे।