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उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे विद्यार्थी

साहब ! कोरोना ने पहले ही पढ़ाई का स्तर गिरा दिया है और अब कॉलेज शुरू होने पर कॉलेज में प्राध्यापक न होने से छात्रों की पढ़ाई शून्य होकर रह गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 04:07 AM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 04:07 AM (IST)
उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे विद्यार्थी
उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे विद्यार्थी

संवाद सहयोगी, चंबा

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साहब ! कोरोना ने पहले ही पढ़ाई का स्तर गिरा दिया है और अब कॉलेज शुरू होने पर कॉलेज में प्राध्यापक न होने से छात्रों की पढ़ाई शून्य होकर रह गई है। यह कहना है भलेई महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों का। कॉलेज में प्रवक्ता के पद भरने के अलावा भवन निर्माण सहित अन्य तरह की मांगों को लेकर छात्रों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर कॉलेज में जल्द प्राध्यापक के पद भरने की मांग उठाई है। छात्रों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के समाधान की गुहार लगाई।

छात्र मनोज, अवंतिका, रचना तमन्ना, सादिक, कौशल, सचिन, कृतिका, मोनिका, प्रियंका, दलीप, रुचिका, राहुल व अन्य का कहना है कि भलेई कॉलेज में प्राध्यापक के सात पदों में से पांच पद पहले से ही खाली चल रहे हैं। मौजूदा समय में मात्र दो प्रवक्ता के सहारे ही कॉलेज चल रहा था लेकिन अब उनमें से भी एक प्राध्यापक का तबादला कर दिया है। अब कालेज में सिर्फ एक ही प्राध्यापक रह गया है।

छात्रों का कहना है कि तीन साल बीत जाने के बाद भी भलेई कॉलेज को अपना भवन नसीब नहीं हो पाया। पुराने स्कूल के भवन में कॉलेज चल रहा है। ऐसे में बारिश के दिनों में छत से सारा पानी कमरे के अंदर पहुंच जाता है जिससे छात्रों को बाहर खुले में कक्षाएं लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कॉलेज में जल्द प्रवक्ता के पदों को नहीं भरा गया तो छात्र उग्र आंदोलन करेंगे।

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जब से भलेई महाविद्यालय खुला है न तो सभी विषयों के प्राध्यापकों के पद भरे गए और न ही अन्य स्टाफ की नियुक्ति सही ढंग से हो पाई। जिससे दिन-प्रतिदिन पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है। वहीं खाली पदों को भरने के इंतजार में बैठे छात्र व अभिभावक परेशान हो रहे हैं।

-मनोज ठाकुर, छात्र।

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कॉलेज में सात प्राध्यापक के पदों से पांच पद पहले से ही खाली चल रहे थे, दो प्राध्यापक सेवाएं दे रहे थे, जिनमें से एक का तबादला कर दिया है। अब एक ही प्राध्यापक के सहारे कॉलेज रहा गया है।

-शबनम, छात्रा।

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प्राध्यापक न होने से कॉलेज में शिक्षा ग्रहण कर रहे 110 छात्रों का भविष्य अंधकार में डूब गया है। छात्रों के साथ अभिभावक भी हालात को देखकर काफी चितित हैं। ऐसे में कॉलेज में जल्द प्रवक्ता के पदों को भरा जाए।

-प्रियंका ठाकुर, छात्रा।

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किराये के मकान में रहकर जिला मुख्यालय व अन्य बड़े शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने में असमर्थ छात्रों व उनके अभिभावकों को भी भलेई में कॉलेज खुलने से घर के नजदीक बैचलर डिग्री हासिल करने की उम्मीद जगी थी, लेकिन प्राध्यापकों के बगैर चल रहे कॉलेज में शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिर रहा है।

-सचिन जरयाल, छात्र।


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