लोक गायिका भावना का त्रिपुरारी भजन रिलीज
जिला चंबा की लोक गायिका भावना जरयाल का नया भजन त्रिपुरारी रिलीज हो गया है।
संवाद सहयोगी, चंबा : जिला चंबा की लोक गायिका भावना जरयाल का नया भजन त्रिपुरारी रिलीज हो गया है। इसका विमोचन मशहूर लोक गायक पीयूष राज ने किया। इस भजन को सुनील पहाड़ी ने लिखा है। भैरवी स्टूडियो से परमजीत पम्मी ने संगीतबद्ध किया है व फिल्मांकन युवराज फिल्म्स के बैनर तले मोनू जमवाल द्वारा किया गया है।
सलूणी क्षेत्र की रहने वाली भावना जरयाल ने अपनी गायिकी की शुरुआत रजमा नामक एलबम से की थी। भावना मशहूर लोकगायक स्व. शेर सिंह जरयाल की भतीजी हैं। भावना ने बताया कि शेर सिंह के गानों को सुनते हुए उनका झुकाव लोक संगीत की तरफ हुआ। 2010 से अब तक भावना बहुत से लोकगीत बना चुकी हैं। इनमें गुजरी, बदनामा व चंबयाली कल्चर आदि एलबम शामिल हैं।
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जितेंद्र पंकज का राविया किनारे गीत रिलीज
चंबा के महशूर गायक जितेंद्र पंकज शर्मा व गुलशन पाल द्वारा गाया व चंबा शहर पर लिखा गया गीत 'राविया किनारे' रविवार को रिलीज किया गया। इस मौके पर इंडियन आइडल फेम दीक्षा तूर, प्रोड्यूसर संजय अत्री, गायक नरेंद्र राही, भूपेश तूर, काकू राम ठाकुर, सावन जरियाल, अजीत भट्ट आदि कलाकार मौजूद रहे। लेखक गुलशन पाल ने इस गाने को लिखा है। धुन व स्वर भी गुलशन पाल ने ही दिया है। इस गाने में चंबा समेत हिमाचल प्रदेश की खूबसूरती और संस्कृति की मुख्य विशेषताओं का विश्लेषण बखूबी किया गया है। गायक पियुश ने बताया कि जिस तरह खजियार, डलहौजी, साचपास, लक्ष्मी नारायण मंदिर व चामुंडा मंदिर हमारे चंबा को विशेष पहचान दिलाते हैं, उसी तरह रावी भी चंबा की शान है और यह गीत इसी शान को समर्पित है। इससे पहले भी यूट्यूब पर गुलशन पाल के कई गाने उपलब्ध हैं और यह ऑल इंडिया रेडियो से अप्रूव्ड लोकगायक हैं।
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मनोज मनु का दो-दो जानी लगी ईणा गीत यूट्यूब पर रिलीज
चंबा : साहो क्षेत्र से संबंध रखने वाले युवा समाजसेवी मनोज मनु अब गायिकी के क्षेत्र में भी सक्रिय हो गए हैं। अब तक उनके द्वारा गाए हुए कई गीत धमाल मचा चुके हैं। अब मनु ने 'दो दो जानी लगी ईणा' नामक एक और गीत यूट्यूब पर उतारा है। इस गीत का विमोचन माता बैरा वाली के मंदिर के प्रांगण में विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने किया। उन्होंने मनु को बधाई दी तथा उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि मनु पिछले काफी वर्षो से समाजसेवा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे हैं। चंबयाली संस्कृति को बरकरार रखते हुए चंबा के पारंपरिक गीतों को नए अंदाज में बहुत अच्छी तरह प्रस्तुत करते हैं। इस युवा कलाकार ने युवा पीढ़ी को उनकी संस्कृति से जोड़ने का बीड़ा उठाया है, जो सराहनीय कार्य है। वहीं, गायक मनोज मनु ने कहा कि यह गीत चंबा का पारंपरिक गीत है और इस गाने के शब्दों व धुन के साथ कोई छेड़खानी नहीं की गई है।