बर्फ हटाने का काम तेज, अगले सप्ताह बहाल होगा साचपास
पांगी घाटी के लोगों के लिए राहत भरी खबर है।
संवाद सहयोगी, पांगी : पांगी घाटी के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। किलाड़-चंबा वाया साचपास मार्ग जून के पहले सप्ताह में यातायात के लिए बहाल होने की उम्मीद जगी है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग बर्फ को हटाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है। सर्दियों में बर्फबारी की वजह से साचपास छह माह तक वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद हो जाता है।
इस बार साचपास में पिछले वर्षो की अपेक्षा अधिक बर्फबारी हुई हैं। इसके साथ ही मौसम भी लगातार खराब हो रहा है। ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है। मार्ग को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग की मशीनरी और मजदूरों की टीमें जुटी हैं। विभाग इस बात का भी पूरा ध्यान रख रहा है कि मार्ग बहाली में लगे मजदूर शारीरिक दूरी की पालन करें। मार्ग बहाली का ज्यादातर कार्य जेसीबी, डोजर और पोकलेन के जरिये करवाया जा रहा है।
विभाग पांगी से चंबा की तरफ 67 किलोमीटर लंबी सड़क को बहाल कर रहा है, जबकि लगभग मुख्य बर्फ का हिस्सा हटाया जा चुका है। हालांकि हर वर्ष साच पास जून के अंत में ही वाहनों की आवाजाही के लिए खुलता है, मगर इस बार विभाग ने मार्ग को जून के पहले सप्ताह में खोलने का दावा किया है। सर्दियों में साचापास बंद होने के कारण जनजातीय क्षेत्र पांगी के लोग पिछले पांच माह से चॉपर के जरिये आवाजाही कर रहे हैं। सड़क मार्ग भारी बर्फबारी होने के कारण अक्टूबर से बंद हो जाता है। इसके चलते पांगी के लोग वाया जेएंडके मार्ग से चंबा के लिए आवाजाही करते हैं, मगर यह मार्ग काफी लंबा है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता जीत सिंह ठाकुर ने बताया कि साचपास मार्ग को जून के पहले सप्ताह में बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए विभाग मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। मजदूर शारीरिक दूरी की पालना करते हुए काम कर रहे हैं।
कम होगी जिला मुख्यालय की दूरी
पागी घाटी को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले साचपास के खुलते ही दिनों का सफर घटों में तय हो पाएगा। वाया साचपास पागी मुख्यालय किलाड़ की दूरी करीब 172 किलोमीटर है। जबकि, वाया मनाली यही दूरी करीब 650 किलोमीटर व वाया जम्मू करीब सात सौ किलोमीटर है। पागी घाटी के लोगों को वाया साचपास होते हुए जिला मुख्यालय चंबा पहुंचने की सुविधा मिलने वाली है।