तीन माह तक दुकानें बंद रही तो मीटर रेंट व सर्विस चार्ज क्यों लिया जा रहा : सुशांत
लॉकडाउन के दौरान तीन माह तक दुकानें बंद रही तो बिजली के मीटर प
संवाद सहयोगी, डलहौजी : लॉकडाउन के दौरान तीन माह तक दुकानें बंद रही तो बिजली के मीटर पर सर्विस चार्ज व मीटर रेंट क्यों लिया जा रहा है। इसे सरकार तुरंत माफ करे अन्यथा हिमाचल फ्रंट आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।
यह चेतावनी कांगड़ा-चंबा ससंदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद डा. राजन सुशांत ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह बनीखेत में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अंडानी-अंबानी जैसे 15 बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर देश के साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये लुटा दिए और कोरोना संकट की मार झेल रहे व्यापारियों को कोई राहत नहीं दी है। केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में भी बड़े उद्योगपतियों को राहत दी है। छोटे दुकानदारों व व्यापारियों के कर्ज का ब्याज तक माफ नहीं किया है। कोरोना काल में व्यापारियों को जीरो रिटर्न भरने के लिए कहा जा रहा है। इसके लिए व्यापारियों को अकाउंटेंट रखना पड़ेगा। इस पर उन्हें हजारों रुपये खर्च करने पड़ेंगे। प्रदेश के करीब एक लाख छोटे व्यापारियों की जीरो रिटर्न सरकारी स्तर पर भर लेनी चाहिए ताकि उन्हें आर्थिक बोझ न पड़े।