सवा लाख आबादी पर एकमात्र चिकित्सक
सिविल अस्पताल तीसा में डॉक्टरों के पद रिक्त होने से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
कमल कुमार, सेईकोठी
चुराह विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े सरकारी संस्थान सिविल अस्पताल तीसा में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा चुकी हैं। हालत यह है कि चुराह विधानसभा क्षेत्र की सवा लाख आबादी एकमात्र चिकित्सक के भरोसे है। ओपीडी की बात करें तो रोजाना सिविल अस्पताल तीसा में 250 के करीब लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में एक चिकित्सक को लोगों का उपचार करना मुश्किल हो गया है। इससे ओपीडी के बाहर लोगों को भी घंटों उपचार के लिए अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। उनके अवकाश पर जाने के कारण दिक्कत और भी बढ़ जाती है।
इसके अलावा अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं भी नाममात्र ही हैं। इस कारण ज्यादातर टेस्ट करवाने के लिए मरीजों को 60 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय चंबा जाना पड़ता है। वहीं, अस्पताल में तैनात चिकित्सक चाह कर भी अवकाश पर नहीं जा पा रहा है। अस्पताल पहले ही स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। कहने को तो 42 पंचायतों के बा¨शदों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सिविल अस्पताल तीसा को खोल दिया है। लेकिन, स्टाफ की कमी से जूझ रहे अस्पताल की हालत काफी खराब हो गई है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल में 50 बेड की सुविधा
अस्पताल में रोजाना 250 की ओपीडी है। अस्पताल में 50 बेड की सुविधा है, लेकिन चिकित्सकों की कमी के कारण यहां हर समय अव्यवस्था का आलम बना हुआ है। हैरानी की बात है कि विधानसभा उपाध्यक्ष एवं चुराह के विधायक हंसराज भी अस्पताल में चल रही स्टाफ की कमी को दूर नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि उन्होंने हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ करने की मांग की है। अस्पताल में यह पद हैं रिक्त
सिविल अस्पताल तीसा में खंड चिकित्सा अधिकारी का एक पद, चिकित्सा अधिकारी के दो, फार्मासिस्ट के तीन, दंत चिकित्सक का एक, नेत्र सहायक का एक, एक्सरे तकनीशियन का एक तथा प्रयोगशाला तकनीशियन का एक पद रिक्त है। इन क्षेत्रों के लोग हैं तीसा अस्पताल पर निर्भर
चुराह विधानसभा क्षेत्र की पंचायत बैरागढ़, देवीकोठी, टेपा, सनवाल, देहग्रा, झज्जाकोठी, मंगली, सेईकोठी, भंजराडू, जुंगरा, खजुआ, लैसुई, बघेईगढ़, चरड़ा, चांजू, देहरा, जसौरगढ, दयोला, कुलेल आदि से लोग सिविल अस्पताल तीसा में उपचार के लिए आते हैं। . उनके ध्यान में मामला है। इस बारे में उच्च अधिकारियों व स्वास्थ्य निदेशालय को अवगत करवा दिया गया है। जल्द ही डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की तैनाती होने की संभावना है।
डॉ. ऋषि पुरी, कार्यकारी बीएमओ तीसा।