10 से लगेंगे गैर संचारी रोग स्क्रीनिग शिविर
संवाद सहयोगी चंबा विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गैर संचारी रोगों से मरने वाले पीड़ितों की संख्या लगभग 55 फीसद है जिसमें मुख्य कारण ह्रदय रोग फेफड़ों की पुरानी बीमारी कैंसर(मुह स्तन व सरवाइकल) तथा उच्च रक्तचाप और शुगर हैं। यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ. राजेश गुलेरी ने कही। उन्होंने कहा कि भारत व हिमाचल सरकार द्वारा एनपीसीडीएस कार्यक्रम व मुख्य मंत्री निरोग योजना के अंतर्गत 1
संवाद सहयोगी, चंबा : विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गैर संचारी रोगों से मरने वाले पीड़ितों की संख्या लगभग 55 फीसद है, जिसमें मुख्य कारण ह्दय रोग, फेफड़ों की पुरानी बीमारी, कैंसर(मुंह, स्तन व सरवाइकल) तथा उच्च रक्तचाप और शुगर हैं। यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ. राजेश गुलेरी ने कही। उन्होंने कहा कि भारत व हिमाचल सरकार द्वारा एनपीसीडीएस कार्यक्रम व मुख्यमंत्री निरोग योजना के अंतर्गत 18 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों की रक्तचाप, शुगर व कैंसर संबंधी जांच अनिवार्य है। डॉ. राजेश गुलेरी ने बताया कि जिला में गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसकी कार्य योजना सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों से साझा कर दी गई है। इस कार्य योजना के तहत चंबा शहर में 10 तथा 11 जनवरी को चौगान नंबर पांच, 13 जनवरी को उपायुक्त व एसपी कार्यालय जिला चंबा, 14 जनवरी को बीडीओ कार्यालय, डीआरडीए काम्प्लेक्स व पैलेस पंडित जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज चंबा में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की ई. स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से आशा वर्कर द्वारा चंबा शहर के लोगों के उच्च रक्तचाप, शुगर व कैंसर संबंधी रोगों की स्थिति की जांच की जाएगी। उन्हें उक्त बीमारियों के इलाज संबंधी दवा भी दी जाएगी। इस उपलक्ष्य पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गुरमीत कटोच व जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरित पुरी ने लोगों से आह्वान किया कि गैर संचारी रोगों से बचने के लिए अपनी जीवन शैली मे नियमित व्यायाम, हफ्ते में पांच बार तीन से चार किलोमीटर पैदल चलें, खाने में नमक, मीठे व तेल का कम प्रयोग करें। खाने में फल तथा सब्जियों का प्रयोग तीनों समय सुनिश्चित करें और तंबाकू पदार्थो का उपयोग निषेध करें।