दवा न मिलने से नहीं हुए आंखों के ऑपरेशन
या था। जिसके लिए शुक्रवार को सुबह मरीजों को ऑपरेशन के लिए वर्दी पहनाकर तैयार करवाया। लेकिन दवाइयां न मिलने के कारण ऑपरेशन नहीं हो पाए। मरीजों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन के खिलाफ काफी गुस्सा जाहिर किया है। मेडिकल कॉलेज में तैनात सिविल सप्लाई में बीते तीन दिनों से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को मुफ्त दवाइयां देने से मना कर दिया है। जिसके बाद मरीजों व तीमारदारों को चंबा बाजार से महंगे दाम देकर दवाइयां खरीदनी पड़ रही है। सिविल सप्ला
संवाद सहयोगी, चंबा : मेडिकल कॉलेज चंबा में सिविल सप्लाई द्वारा मुफ्त दवा न देने पर व्यवस्था चरमरा गई है। दवा न मिलने के कारण जहां मरीजों को महंगे दाम चुकाने पड़ रहे हैं तो वहीं शुक्रवार को करीब छह आंखों के ऑपरेशन नहीं हो पाए। इसके कारण मरीजों व तीमारदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आंखों के ऑपरेशन के लिए मरीजों को शुक्रवार का समय दिया गया था। इसके लिए शुक्रवार को सुबह मरीजों को ऑपरेशन के लिए वर्दी पहनाकर तैयार करवाया, लेकिन दवा न मिलने के कारण ऑपरेशन नहीं हो पाए। मरीजों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन के खिलाफ काफी गुस्सा जाहिर किया है। मेडिकल कॉलेज में तैनात सिविल सप्लाई ने तीन दिन से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को मुफ्त दवा देने से मना कर दिया है। इसके बाद मरीजों व तीमारदारों को चंबा बाजार से महंगे दाम देकर दवा खरीदनी पड़ रही है। सिविल सप्लाई को बीते एक वर्ष से पैसे का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे अब मेडिकल कॉलेज को दवा देने पर रोक लगा दी गई है। मेडिकल कॉलेज पर सिविल सप्लाई की करीब 70 लाख रुपये की देनदारी है। इस बारे में सिविल सप्लाई प्रबंधक ने कई बार मेडिकल कॉलेज प्रशासन को पत्र लिखकर पैसे का भुगतान करने की मांग की है, लेकिन पैसे न मिलने पर अब दवा बंद कर दी है। मेडिकल कॉलेज में मौजूदा समय में करीब 250 मरीज भर्ती हैं जिन्हें मुफ्त दवा दी जा रही है, लेकिन तीन दिन से मरीजों व तीमारदारों को बाजार से दवा खरीदनी पड़ती है।
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इस बारे में सिविल सप्लाई प्रबंधक से बात की गई है। इस बारे में उच्च अधिकारियों को भी बता दिया गया है, ताकि समस्या का समाधान किया जा सके। जो मरीज बाहर से दवा ला रहे हैं उन्हें बाद में पैसे वापस करने का प्रबंध किया जाएगा।
-डॉ. विनोद शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल कॉलेज चंबा।