भूस्खलन से मड़हेटू गांव को खतरा
में कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। इस कारण ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ काफी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही प्रशासन की ओर से भूमि कटाव को रोकने के लिए कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले समय में पूरा गांव भूस्खलन की चपेट में आ जाएगा, इसमें जान-माल का काफी
संवाद सहयोगी, साहो : ग्राम पंचायत साहो के मड़हेटू गांव को भूस्खलन से खतरा सता रहा है। गांव के दर्जनों परिवार भय के माहौल में जी रहे हैं। कुछ दिन से लगातार बारिश व बर्फबारी से गांव के साथ लगते मछराली के पास भूस्खलन हो रहा है।
बीते वर्ष साहो क्षेत्र में बादल फटने से छोह नाला में पानी आने के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मड़हेटू गांव के लोगों को हुआ था। इस कारण गांव के साथ लगती भूमि का काफी ज्यादा हिस्सा पानी की चपेट में आने से तहस-नहस हो गया था। साहो पंचायत के लोगों ने अपनी समस्या जिला प्रशासन सरकार के समक्ष उठाई थी लेकिन दोबारा से भूमि कटाव शुरू हो गया है।
स्थानीय निवासी भूपेंद्र कुमार, पपु, म¨हद्र कुमार, राकेश, दीपक, अमित, नन्हा, करण, अशोक, नोतू, नरेश, पवन कुमार का कहना है कि अगर समय रहते कोई सुरक्षा कार्य शुरू नहीं किया तो मड़हेटू गांव का अस्तित्व मिट सकता है। पंचायत के गांव के अधिकतर लोग घरों का कूड़ा कर्कट मराला नामक स्थान पर फेंक रहे हैं। इससे भी हालात बिगड़ रहे हैं लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक इस मामले में कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। इस कारण ग्रामीणों में रोष पनपने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही प्रशासन की ओर से भूस्खलन रोकने के लिए कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए तो गांव भूस्खलन की चपेट में आ जाएगा। उधर, एसडीएम चंबा दीप्ति मंढोत्रा ने बताया कि उक्त समस्या के बारे में लोग अगर राजस्व विभाग को जानकारी दें तो उसके बाद मौका करवाकर भूमि सुधार के तहत कार्रवाई की जा सकती है।