सचूई, दियोल व कुठेड़ पंचायतों में लाडा कार्यो की जांच आज से
भरमौर प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की जांच का सिलसिला मंगलवार को फिर से शुरू होने जा रहा है।
संवाद सहयोगी, भरमौर : उपमंडल भरमौर प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो की जांच का सिलसिला मंगलवार को फिर से शुरू होने जा रहा है। इस बार जांच टीम अधिक सतर्कता से जांच करने की तैयारी में है। चौथे चरण में 15 से 17 जनवरी को ग्राम पंचायत सचूई, दियोल व कुठेड़ में स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण (लाडा) के तहत हुए विकास कार्यो की गुणवत्ता को कसौटी पर परखा जाएगा। लाडा निधि से ग्राम पंचायत सचूई में वर्ष 2010, 2013, 2016 व 2017 में 49.45 लाख की राशि पर 18 विकास कार्य स्वीकृत हुए। जबकि, ग्राम पंचायत कुठेड़ में वर्ष 2015, 2016 व 2017 में 13 विकास कार्यो के लिए 51.57 लाख रुपये की राशि जारी की गई। लाडा के तहत विकास हासिल करने में ग्राम पंचायत दियोल ने सब पंचायतों को पीछे छोड़ दिया है। इस पंचायत में वर्ष 2013, 2014, 2015, 2016 व 2017 में 40 कार्यो के लिए 1.25 करोड़ से अधिक राशि स्वीकृत हुई है।
लाडा निधि से करवाए गए विकास कार्यो की जांच के लिए भरमौर प्रशासन द्वारा छेड़े गए अभियान की लोगों ने प्रशंसा तो की है, लेकिन जांच पारदर्शिता से हो इसकी मांग भी की है। अब तक तीन चरणों में नौ पंचायतों में विकास कार्यो की जांच हो चुकी है। कुछ पंचायतों की जांच रिपोर्ट प्रशासन के पास पहुंच चुकी है तो वहीं अभी कई पंचायतों की रिपोर्ट प्रशासन के पास पहुंचना बाकी है। जांच प्रक्रिया पर सवाल उठने के बाद अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी के कड़े तेवरों के बाद जांच टीम सदस्यों पर अब गंभीरता से कार्य निष्पादन का दबाव पड़ गया है। जांच टीम को निष्पक्षता से पड़ताल कर जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जांच पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ करवाई जाएगी, ताकि विकास कार्यो के बारे में सही जानकारी जुटाई जा सके। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
पृथी पाल ¨सह, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर।