मौसम की मार, बढ़े उल्टी-दस्त के मरीज
संवाद सहयोगी, चंबा : बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति अनदेखी करना भारी पड़ सकता है। एकाएक ब
संवाद सहयोगी, चंबा : बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति अनदेखी करना भारी पड़ सकता है। एकाएक बढ़ी बदले मौसम ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। खासकर मरीजों को बदलते मौसम के कारण काफी दिक्कत पेश आ रही है। मौसम के बदले मिजाज से उल्टी व दस्त के मरीज बढ़ने लगे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के आगे मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चंबा भी छोटा पड़ गया है। मेडिकल कॉलेज में 450 से अधिक उपचाराधीन मरीजों में अधिकतर उल्टी-दस्त रोग से ग्रस्त हैं, जबकि प्रतिदिन ओपीडी में 800 से 1000 मरीज मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं। चंबा में उल्टी-दस्त के बढ़ते मरीजों से हालत पूरी तरह से बेकाबू हो गए हैं और भविष्य में मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए जगह नहीं मिलेगी। मौजूदा समय में मेडिकल कॉलेज की दूसरी व तीसरी मंजिल में एक बिस्तर पर दो से तीन मरीज हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। प्रचंड गर्मी में खानपान का ध्यान न रखने से लोगों की चूक उनकी सेहत पर भारी पड़नी शुरू हो गई है। मेडिकल कॉलेज में उल्टी-दस्त के मरीजों में लगातार वृद्धि हो रही है। ओपीडी में प्रतिदिन 20 से 30 मरीज उल्टी व दस्त से ग्रस्त के उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में 300 बिस्तरों की क्षमता है जबकि साढ़े चार सौ मरीज मरीज उपचाराधीन हैं। इस स्थिति में अब स्वास्थ्य विभाग के लिए भी मरीजों को संभालना मुश्किल हो रहा है।
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मेडिकल कॉलेज का नया भवन तैयार है। यहां जल्द व्यवस्था की जाएगी तथा मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा।
-अनिल औहरी, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज चंबा।