दिवाली की खुशियां दु:ख में बदली
भरमौर में चार की दुकान चलाकर परिवार का खर्च चला रहे पवन की दिवाली की खुशियां पलभर में दु:ख में बदल गई।
मनोज ठाकुर, भरमौर
दिवाली की रात भरमौर में चाय की दुकान कर परिवार का खर्च चला रहे पवन कुमार का परिवार बेघर हो गया। पवन अपने परिवार के साथ दिवाली की पूजा करके खाना खा रहा था कि तभी बाहर आग लगने का शोर सुनाई दिया। इस पर पवन की माता मनसा देवी ने सदस्यों को बाहर जाने की सलाह दी। जब परिवार के सदस्य घर के बाहर निकले तो आग ने उनके घर को घेर लिया था। लोग आग बुझाने के प्रयास में जुटे, लेकिन भयंकर आग के आगे लोग बेबस दिखे। पवन और उसकी पत्नी ने घर का सामान व जमापूंजी को बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके। स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। युवाओं ने आसपास के घरों की छतों पर चढ़कर आग पकड़ने वाली लकड़ी को काटकर हटा दिया। पूर्व पंचायत प्रधान शिव चरण कपूर सहित पवन के पड़ोसी रविंद्र ने उन्हें अपने घर में आश्रय दिया। पवन कई माह से मकान को पक्का करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन भवन निर्माण कार्य में बजट आड़े आ गया। इस कारण वे इस पुराने पुश्तैनी घर में रह रहे थे। पवन कुमार ने कहा कि उनकी पत्नी के जेवर, नकदी, बर्तन, बिस्तर हर चीज आग की भेंट चढ़ चुकी है। राजस्व विभाग की टीम के सदस्य एवं पटवारी ने मौके पर आकर हालांकि जायजा लिया। लेकिन इतने बड़े नुकसान की भरपाई कैसे हो पाएगी हर किसी के मन में यही सवाल उठ रहा था।