खराब मौसम ने पांगी के लिए रोकी हेलीकॉप्टर उड़ान
मौसम खराब होने के कारण चंबा से पांगी के लिए हवाई उड़ान नहीं हो पाई।
संवाद सहयोगी, पांगी : जिला मुख्यालय चंबा से पांगी के लिए होने वाली उड़ान में मौसम एक बार फिर बाधा बन गया। ऐसे में हेलीकॉप्टर सेवा की आस लगाए बैठे लोगों को फिर से चंबा हेलीपैड से लौटना पड़ा। चंबा व पांगी घाटी को आपस में जोड़ने वाले साच पास पर मौसम खराब होने की स्थिति में हवाई उड़ान नहीं हो पाई। शनिवार सुबह बादलों ने चंबा व पांगी घाटी की पहाड़ियों में डेरा जमाए रखा। इसने चंबा-पांगी हवाई उड़ान होने की संभावना को समाप्त कर दिया। वहीं पांगी घाटी की ऊंची चोटियों पर मौसम बिगड़े रहने की स्थिति में निर्धारित शेड्यूल के तहत भुंतर से हवाई उड़ान नहीं हो पाई। इसके चलते दोनों ओर से आवाजाही करने की आस लगाए बैठे लोगों को निराश होना पड़ा।
घाटी के लिए यह तीसरा मौका है जब हवाई उड़ान नहीं हो पाई। अभी तक पांगी घाटी से आने-जाने वाले सड़क मार्गो पर बर्फ जमी रहने से सड़क मार्ग यातायात के लिए ठप है। पांगी घाटी के किलाड़ अस्पताल से पांच मरीजों को मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर किया है, लेकिन हवाई उड़ान न होने के कारण मरीजों व तीमारदारों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। पांगी घाटी में आने-जाने वाले सैकड़ों लोग भी मौसम की बेरुखी के कारण अपने घर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
एडीसी हेमराज बैरवा ने बताया कि मौसम खराब होने की स्थिति में हवाई उड़ान संभव नहीं है। शनिवार को भी मौसम खराब होने के कारण हवाई उड़ान नहीं हो पाई। जैसे ही मौसम का रुख ठीक होता है चंबा से पांगी के बीच हवाई उड़ान करवाई जाएगी। मात्र हवाई उड़ान से ही है आवाजाही संभव
पांगी व चंबा के लिए सभी मार्ग बंद होने के कारण आवाजाही केवल हवाई उड़ान से ही संभव है। चंबा से पांगी घाटी के लिए अब तक करीब 175 आवेदन आ चुके हैं। इसके तहत हवाई उड़ान का शेड्यूल जारी होते ही लोगों को जानकारी दी जाती है। वहीं पांगी घाटी से चंबा के लिए पांच मरीजों समेत ढाई सौ लोगों ने आवेदन किया है।