30 किलोमीटर में 18 हैंडपंप, काम के चार
सिचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग मंडल डलहौजी के तहत नैनीखड्ड से कंडेई गांव तक करीब 30 किलोमीटर के दायरे में लाखों रुपयों की लागत से डेढ़ दर्ज से अधिक हैंडपंप तो लगाए गए।
विशाल सेखड़ी, डलहौजी
आइपीएच विभाग मंडल डलहौजी के तहत नैनीखड्ड से कंडेई गांव तक करीब 30 किलोमीटर के दायरे में लाखों रुपये से 18 से अधिक हैंडपंप तो लगाए गए हैं लेकिन इनमें से महज चार हैंडपंप ही लोगों की प्यास बुझा रहे हैं। जबकि अन्य नियमित देखरेख व मरम्मत के अभाव में खराब पड़े हैं। कई स्थानों पर तो सड़क किनारे लगाए गए हैंडपंप वाहनों की टक्कर से टूट चुके हैं, परंतु विभाग का ध्यान न तो खराब हैंडपंपों की मरम्मत की और जा रहा है और न ही टूटे हुए हैंडपंपों की मरम्मत करवाई जा रही है। सरकार हर व्यक्ति को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है परंतु आइपीएच विभाग डलहौजी के तहत हालात इसके विपरित दिखाई दे रहा हैं। गर्मियों के दिनों में गहराने वाले पेयजल संकट से निपटने के लिए व लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाने की गर्ज से सालों पहले नैनीखड्ड से कंडेई तक बेढल, धुड़ी दम्मण, ऐनण माता मंदिर के समीप, मेल गांव, मोरनू संपर्क मार्ग के किनारे, कैहल, चंबी, सिंहारु, जाल, गढ़ व कंडेई गांवों व सड़कों किनारे हैंडपंप लगाए गए थे। क्षेत्र में लगभग हर डेढ़-दो किलोमीटर पर हैंडपंप लगने से जहां लोगों को ही गर्मियों में पेयजल किल्लत की समस्या से राहत मिली थी, वहीं सड़कों किनारे लगाए गए हैंडपंपों से राहगीर व वाहनों में गुजरने वाले यात्री भी प्यास बुझाते थे। परंतु काफी समय से ज्यादा हैंडपंप या तो सूख चुके हैं या फिर खराब पड़े हैं। खराब पड़े हैंडपंपों से सरकार के लाखों रुपये भी यहां बर्बाद हो रहे हैं। लिहाजा विभाग को चाहिए कि हैंडपंपों की मरम्मत करवा उसे लोगों के उपयोग के लिए उपलब्ध करवाए। ताकि सरकार की लाखों रुपयों की राशि सड़कों किनारे जंग खाकर बेकार न चली जाए।
-------------------
कनिष्ठ अभियंता को हैंडपंपों की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए हैं। जहां हैंडपंप मिट्टी आने से खराब हो गए हैं वहां सफाई करवाई जाएगी। वहीं जिन हैंडपंपों का जलस्तर कम हो गया है वहां हैंडपंपों की गहराई करवाने सहित टूटे हुए हैंडपंपों की भी जल्द मरम्मत करवाई जाएगी।
-अमित डोगरा, अधिशाषी अभियंता, आइपीएच विभाग, मंडल डलहौजी।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप