अब हाउस टैक्स पर नहीं डाल पाएंगे डाका, जीआइएस तकनीक से होगी प्रॉपर्टी की जांच
चंबा में अब जीआइएस तकनीक से प्रॉपर्टी की जांच की जाएगी और हाउस टैक्स की सुविधा ऑनलाइन मिलेगी।
चंबा, रणवीर सिंह। अब बडे़ मकान को छोटा या व्यावसायिक उपयोग को आवासीय बताने जैसी गड़बड़ियां नहीं चलेंगी। नगर परिषद को हाउस टैक्स का चूना भी नहीं लगाया जा सकेगा। चंबा शहर में जीआइएस (ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम) तकनीक से प्रॉपर्टी की जांच की जाएगी। इसकी मदद से नगर परिषद शहर की हर प्रॉपर्टी की जानकारी रखेगी। इससे अब शहर में हाउस टैक्स की सुविधा ऑनलाइन मिलेगी। हर व्यक्ति अपने हाउस टैक्स की जानकारी ऑनलाइन चेक कर सकता है।
चंबा शहर में जिन लोगों ने बड़े-बड़े मकान बना लिए हैं, लेकिन उस हिसाब से हाउस टैक्स नहीं देते। इस तकनीक से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी। नगर परिषद चंबा ने तकनीक को शुरू करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है। जीआइएस तकनीक को शुरू करने के लिए कार्य करने वाली कंपनियों को जानकारी दे दी गई है, ताकि जल्द ही टेंडर करवाए जा सकेंगे। इसके शुरू होने से हाउस टैक्स जमा न करवाने वाले डिफाल्टर उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी।
मौजूदा समय में हाउस टैक्स जमा न करवाने पर नगर परिषद के लाखों रुपये पर लोगों ने कुंडली मारी है। बार-बार नोटिस भेजे जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके कारण नगर परिषद चंबा के विकास कार्य नहीं हो पाए हैं। लेकिन अब जीआईएस तकनीक से नगर परिषद को सुविधा होगी। उन पर जल्द ही लगाम लगेगी।
क्या है जीआइएस तकनीक
जीआइएस तकनीक वास्तव में भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जो रिमोट सें¨सग, डिजिटल तकनीक व हाईटेक विधियों से सुसज्जित है। यह शाखा पुराने आंकड़ों के साथ-साथ नए आंकड़ों को भी संशोधित करती है। इसके बढ़ते महत्व को देखते हुए विभिन्न विश्वविद्यालयों व संस्थानों में इसकी रोजगार शिक्षा प्रदान की जाने लगी है। जीआइएस (ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम) विशेषज्ञ के रूप में इस क्षेत्र में रोजगार की बहुत चमकीली संभावनाएं बन रही हैं। ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम के माध्यम से पृथ्वी की भौगोलिक आकृतियों, भू-भागों आदि को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया जाता है। यह एक हाईटेक तकनीक है, जिसमें किसी भी डाटा को एनालॉग से डिजिटल तकनीक में बदला जाता है। ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम से प्राप्त मानचित्रों को हाईटेक मानचित्र कहा जाता है। दूसरी भाषा में ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम को रिमोट सें¨सग तकनीक का समरूप भी कहा जा सकता है क्योंकि इसमें किसी भी स्थान की स्थिति को उस स्थान पर जाए बिना ही अपने कंप्यूटर पर देखा व बनाया जा सकता है।
चंबा शहर में जीआइएस तकनीक को शुरू किया जा रहा है। इसके लिए टेंडर आंमत्रित किए गए हैं। 11 सितंबर को टेंडर खोले जाएंगे।
-पुरु मनेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष नगर परिषद चंबा।