गुरुकुल आवास भवन पर झाड़ियों का वास
गुरुकुल आवास भवन में है घास और झाड़ियां का डेरा कृष्ण चंद राणा पांगी डीपीईपी प्रोग्राम के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेचु नाला के शिक्षिकों के लिए बनाया जा रहा गुरुकुल आवास भवन आज भी अधूरा पड़ा है जिस कारण शिक्षकों को रहने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग ने लाखों रुपये खर्च करने के बाद इस के भबन
कृष्ण चंद राणा, पांगी
जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेचु नाला के शिक्षिकों के लिए बनाया जा रहा गुरुकुल आवास भवन अभी तक पूरी तरह खड़ा नहीं हो पाया है। शिक्षकों की सुविधा के लिए बनाया जा रहा यह भवन अव्यवस्था का शिकार हो गया है और काम अधूरा पड़ा है। शिक्षा विभाग ने लाखों रुपये खर्च करने के बाद इस भवन का निर्माण कार्य पूरा करना उचित नहीं समझा। भवन निर्माण में लगी लाखों रुपयों की सामग्री उदासीनता की भेंट चढ़ती हुई नजर आ रही है। दो-दो कमरों के चार सेट बनाने में अब और कितना लंबा समय लगेगा, इसका जवाब जनता को नहीं मिला है।
स्थानीय लोगों सुनम जीत, शेर सिंह, कश्मीर सिंह, दीपक कुमार, टेशिडोरजे, दोर्जे राम, भीम सिंह, बचन सिंह, गुलाबी, सुनीता देवी, कौशल्या, कमला, अर्जुन सिंह तथा देवीचंद सहित अन्य लोगों का कहना है कि लगभग 20 साल पहले इस भवन का निर्माण शुरू किया गया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। पिछले आठ से दस साल से तो सरकार, प्रशासन और शिक्षा विभाग ने इसकी सुध लेनी ही छोड़ दी है। लोगों का कहना हैं कि सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षिकों को सुविधा प्रदान करने के लिए आवास योजना चलाई थी लेकिन पांगी घाटी में यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सैचुनाला में यह सुविधा वर्षो से अधर में लटकी हुई है। इस कारण शिक्षक यहां आना नहीं चाहते हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस भवन का निर्माण कार्य पूर्ण करवाया जाए और इसकी छानबीन की जाए कि इतने सालों से इसका का कार्य अधर में क्यों लटका हुआ है। यदि जल्द ही इस भवन का निर्माण कार्य पूरा करवाया गया होता तो आज यहां आने वाले अध्यापकों को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर न होना पड़ेगा।
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राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सैचुनाला में गुरुकुल आवास के चार सेटों का निर्माण कार्य किया जा रहा था। किसी कारण इनका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। इस बारे में सरकार और विभाग को लिखा है। गत वर्ष जनजातीय परियोजना सलाहकार समिति की बैठक में भी यह बात रखी गई थी। कोरोना महामारी के चलते लॉकडॉउन के कारण अभी कार्य नहीं हो पाया। जल्द सरकार इसके लिए बजट का प्रावधान करके इसका निर्माण कार्य पूर्ण करवाएगी।
देव राज, प्रधानाचार्य सैचुनाला पांगी।