प्रतिनियुक्ति पर भेजे डॉक्टर, लोग स्वास्थ्य सुविधा से महरूम
जनजातीय पांगी घाटी में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैचुनाला व साच में विगत तीन वर्षो से डॉक्टरों के साथ-साथ पेरामेडिकल स्टाफ के पद रिक्त पड़े हैं।
संवाद सहयोगी, पांगी : जनजातीय पांगी घाटी में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैचुनाला व साच में विगत तीन वर्षो से डॉक्टरों के साथ-साथ पेरामेडिकल स्टाफ के पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में यहां उपचार करवाने के लिए पहुंचने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार ने मार्च में पांच डॉक्टरों को पांगी में नियुक्ति दी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण दो डॉक्टरों की सेवाएं शुरुआती दौर में मेडिकल कॉलेज चंबा में ही ली गई। जबकि तीन डॉक्टरों ने जुलाई में किलाड़ अस्पताल में तैनाती ली थी। लेकिन, कुछ दिनों के बाद इन डॉक्टरों की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर कहीं और कर दी गई। मौजूदा समय में पांच डॉक्टरों में एक भी डॉक्टर पांगी घाटी में सेवाएं नहीं दे रहा है। इससे पांगी घाटी के लोगों में काफी रोष है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त डॉक्टरों को पांगी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैचुनाला और साचपास में भी भेजा जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
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पांगी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति करने के बारे में कई बार सरकार व स्वास्थ्य विभाग से मांग की जा चुकी है। लेकिन अभी तक महज निराशा ही हाथ लगी है। डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी, उन्हें प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया। विभाग को चाहिए कि इन डॉक्टरों की नियुक्ति पांगी के उन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में करे, जहां डॉक्टर नहीं हैं।
-सतीश शर्मा, उप्रधान किलाड़ पांगी।
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किलाड़ स्थित अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति आज तक नहीं की गई है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग पांगी में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति कितने गंभीर हैं। यहां पर डॉक्टरों की सख्त जरूरत है।
-मेघ नाथ, कुलाल पांगी।
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पीएचसी साच और सैचुनाला में डॉक्टरों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। फिर भी विभाग ने किलाड़ अस्पताल से डॉक्टरों को मेडिकल कॉलेज भेज दिया। सैचुनाला से मरीजों को करीब 45 किलोमीटर दूर किलाड़ में आ कर इलाज करवाना पड़ रहा है।
-सुरेन्द्र कुमार, निवासी पांगी।
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डॉक्टरों व पेरामेडिकल स्टाफ की पांगी में कमी के बावजूद स्वास्थ्य विभाग यहां पर तैनात डॉक्टरों को पांगी से बाहर भेजकर लोगों के साथ खिलवाड़ कर रहा है। पांगी में स्टाफ नर्र्सो, फार्मासिस्टों, नर्सो, मेल हेल्थ, फीमेल हेल्थ वर्करों के पद खाली पड़े हैं।
-प्रकाश चोपड़ा, निवासी पांगी।
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कोविड-19 के चलते किलाड़ अस्पताल से दो डॉक्टरों को एक माह के लिए मेडिकल कॉलेज में लगाया गया है। इनकी वहां सेवाएं देने की अवधि 26 जुलाई से 26 अगस्त तक है। अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए अस्पताल प्रबंधन दिनरात कार्य कर रहा है।
-एमके हरियाण, खंड चिकित्सा अधिकारी पांगी।