सैनिटाइजनेश के बाद मां भलेई के दर्शन
कोरोनाकाल में मार्च से बंद पड़े धार्मिक संस्थानों के खुलने के क्रम में
संवाद सहयोगी, डलहौजी : कोरोनाकाल में मार्च से बंद पड़े धार्मिक संस्थानों के खुलने के क्रम में भद्रकाली भलेई मंदिर को भी शुक्रवार से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। बहुत कम लोग मां भलेई के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कोरोना संकट से पहले इस सितंबर में जहां मंदिर मां के जयकारों से गूंजता था वहीं सीमित श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। दिन में करीब डेढ़ सौ श्रद्धालु ही भलेई मंदिर आ रहे हैं।
भलेई मंदिर प्रबंधक समिति ने कोरोना से बचाव के लिए मंदिर परिसर में दिन में चार बार सैनेटाइजेशन होती है। मां के दर्शनों के लिए आ रहे भक्तों को सैनिटाइजेशन कर भीतर आने दिया जा रहा है। सैनेटाइजर स्टैंड की भी व्यवस्था मंदिर प्रबंधन ने कर रखी है। गर्भगृह में भक्तों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। पुजारी गर्भगृह के बाहर से ही भक्तों को दर्शन करवा रहे हैं। माथे पर टीका भी नहीं लगाया जा रहा है। मंदिर के भीतर प्रसाद भी नहीं लाने दिया जा रहा है। मंदिर खुलने के पहले दो दिन तक करीब चार सौ लोगों ने मंदिर में दर्शन किए। सोमवार से रोजाना डेढ़ सौ के लगभग भक्त ही दर्शनों के लिए मंदिर में पहुंच रहे हैं।
मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि अभी तक बहुत कम भक्त मंदिर आए हैं। कोरोना से बचाव के लिए मंदिर प्रबंधक समिति ने व्यापक प्रबंध किए गए हैं। उम्मीद है कि अक्टूबर में नवरात्र के दौरान मंदिर में भक्तों की फिर से कतारें लगेंगी।