रविवार को नियमित नहीं चलती साहो के लिए बसें
साहो क्षेत्र के लोगों के लिए रविवार का दिन सरकारी और निजी बसों की हड़ताल की तरह रहता है। रविवार के दिन बसें अपनी नियमित समयसारिणी पर न चलने के कारण सफर करने वाले लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है।
दिक्कत
- एक से दो घंटे तक करना पड़ता है इंतजार, लोग परेशान
- जिला प्रशासन व आरटीओ से समस्या के समाधान की मांग
संवाद सहयोगी, साहो : क्षेत्र के लोगों के लिए रविवार का दिन सरकारी और निजी बसों की हड़ताल की तरह रहता है। यहां रविवार को अधिकतर बस संचालकों की भी छुट्टी होती है। इससे बसें अपनी नियमित समयसारिणी पर न चलने के कारण लोगों को काफी परेशान होना पड़ता है। ऐसे में लोगों को मंजिल तक पहुंचने के लिए निजी वाहनों का ही सहारा लेना पड़ता है, जिस कारण लोगों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लोगों का कहना है कि जो तबका आर्थिक दृष्टि से बेहतर है, वह तो निजी गाड़ी से सफर कर लेता है, लेकिन मेहनत मजदूरी करने वाले लोगों को परेशान होना पड़ता है। यदि सोमवार से शनिवार तक साहो रूट पर बसों की आवाजाही देखी जाए तो हर 15 से 20 मिनट के बाद बस मिल जाती है, लेकिन रविवार लोगों के लिए काफी मुश्किल भरा होता है। ऐसे में लोगों को एक या दो घंटे बस के आने का इंतजार करना पड़ता है। वहीं, कई बार पैदल या फिर टैक्सी में अधिक किराया खर्च करना पड़ता है। क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन तथा आरटीओ चंबा से मांग की है कि साहो रूट के लिए जो बसों की समयसारिणी तय कर रखी है बसों को उसके मुताबिक चलाया जाए। हालांकि लोगों का तर्क है कि रविवार के दिन अन्य दिनों की अपेक्षा सवारियां भी कम ही होती हैं। साथ ही गाड़ियों का मरम्मत कार्य करवाना होता है, लेकिन गाड़ियों की रविवार को समयसारिणी ऐसी बनाई जाए कि लोगों को परेशान न होना पड़ा। चंबा-साहो रूट पर सोमवार से शनिवार तक तो निर्धारित समय पर बसें दौड़ती हैं, लेकिन रविवार के दिन बसें निर्धारित समयसारिणी से न चलने के कारण लोगों की दिक्कतें बढ़ी हुई हैं। बसें रविवार को भी निरंतर चलनी चाहिए।
धर्म चंद, निवासी ढारू। क्षेत्र से कई लोग रविवार को अपने रिश्तेदारों से मिलने या फिर अन्य कार्यो के चलते घरों से निकलते हैं। लेकिन बस सेवा उपलब्ध न होने के कारण लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
कांती देवी, निवासी दलेला। प्रशासन व परिवहन विभाग को यह देखना होगा कि रविवार को भी चंबा-साहो रूट पर बसों की आवाजाही जारी रहे। क्योंकि समय से बसें न चलने के कारण लोगों की दिक्कत बढ़ जाती है। वे सही समय पर मंजिल तक नहीं पहुंच पाते। ऐसे में काफी समय बर्बाद होता है।
सुरेंद्र कुमार, निवासी देहरा। यदि सप्ताह के शेष दिनों की तरह रविवार को भी बसों की आवाजाही सुचारू होती है तो इसका निश्चित तौर से लाभ स्थानीय लोगों सहित चंद्रशेखर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा। रविवार को बसें निर्धारित समय पर चलें।
उत्तम सूर्यवंशी, निवासी खरगा।