लोगों की पसंद बने नक्काशीदार सफेद संगमरमर के मंदिर
लकड़ी से बने मंदिर रखने का प्रचलन पुराना है, लेकिन बाजार में संगमरमर से बने मंदिरों का ट्रेंड बढ़ रहा है।
चंबा, जेएनएन। सनातन धर्म में आस्था रखने वाले अधिकांश लोगों के घर में पूजा के लिए अलग स्थान होता है। घर के भीतर पूजा घर में रखने के लिए बाजार में लकड़ी से बने मंदिर रखने का प्रचलन पुराना है, लेकिन अब इनकी जगह संगमरमर से बने मंदिर लेने लगे हैं। सफेद संगमरमर के साथ ही अब बकायदा मंदिर की तरह रंगरोगन और नक्काशीदार छोटे साइज के मंदिर भी बाजार में खूब बिक रहे हैं। इनकी कीमत दो हजार रुपये से शुरू होती है।
संगमरमर से बने मंदिर की बिक्री होने की उम्मीदों को देखते हुए कारोबारी भी पूरी तैयारी में हैं। लोगों की पसंद को ध्यान में रखकर हर साइज और एक से बढ़कर एक डिजाइन के छोटे मंदिर उपलब्ध हैं। 20 किलो से लेकर एक क्विंटल तक वजन सफेद संगमरमर से बने छोटे साइज के मंदिर का वजन करीब 20 किलो तक रहता है। लोगों को मंदिर अपने साथ ले जाने के लिए अलग-अलग हिस्सों में पैक करके दिया जाता है। घर पर पहुंचाने के बाद इसे आसानी से जोड़ा जा सकता है।
लकड़ी के मंदिर में जहां आग लगने और खराब होने का खतरा रहता है, वहीं संगमरमर के बने मंदिर हर तरह से सुरक्षित हैं और पानी, दीमक से भी इनको नुकसान नहीं पहुंचता। डिजाइन वाले मंदिर हैं खास घर के अंदर पूजाघर में रखे जाने वाले मंदिरों में रंगीन पत्थरों, मोतियों और सीप से चित्रकारी की गई है। इस तरह की चित्रकारी कई बड़े मंदिरों में नजर आती है। यह ऐसा रंग होता है जो हमेशा बना रहता है। लाल, पीले, नीले पत्थरों से सजे मंदिर आकर्षक नजर आते हैं।
छोटे मंदिरों की बढ़ी डिमांड
सरोल स्थित जगत राम शक्ति प्रसाद एंड सन्स के संजीव महाजन ने बताया कि लोगों में संगमरमर से बने मंदिर लेने का क्रेज बढ़ा है। लोग आजकल नए मकान के साथ संगमरमर से बने मंदिरों की मांग कर रहे हैं। इस कारण इन मंदिरों का खूब ट्रेंड है। छोटे साइज के मंदिरों की अच्छी डिमांड रहती है। अब ट्रेंड बदल रहा है, घर नया हो या पुराना छोटे मंदिर हर जगह फिट हो जाते हैं। साथ ही पूजाघर को भी एक नया लुक देते हैं।