बिना अध्यापक कैसे बनेंगे डॉक्टर, इंजीनियर
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय होली में शिक्षकों के पद रिक्त होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
- 05 अध्यापकों के पद रिक्त होने से अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की सता रही चिंता
- 01 माह बाद हैं वार्षिक परीक्षाएं, क्लेरिकल स्टाफ भी न होने से अध्यापक बच्चों की नहीं ले पा रहे कक्षाएं
- 05 माह पहले हुआ था शिक्षकों का तबादला, नहीं की गई उनके स्थान पर तैनाती
ओमकार डलैल, होली
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय होली में अध्यापकों के कई पद रिक्त हैं। इससे यहां पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में क्षेत्र के बच्चों का इंजीनियर, डॉक्टर व अन्य क्षेत्र में भविष्य बनाने का सपना भी धूमिल हो रहा है। वहीं, क्लेरिकल स्टाफ के सभी पद भी यहां पर रिक्त हैं। नतीजतन शिक्षकों को ही इनका सारा काम निपटाना पड़ रहा है। इसका असर पढ़ाई पर भी पड़ रहा है।
स्कूल में करीब पांच माह से पांच शिक्षकों के पद रिक्त हैं। चूंकि वार्षिक परीक्षाएं भी अब पास ही हैं, ऐसे में अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। बहरहाल, स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग और सरकार से मांग की है कि प्राथमिकता के आधार पर यहां शिक्षकों व अन्य स्टाफ के पद भरे जाएं।
मौजूदा समय में स्कूल में पीजीटी हिस्ट्री और कैमेस्ट्री के अलावा टीजीटी नॉन मेडिकल, पीईटी, कला अध्यापक, अधीक्षक, सीनियर असिस्टेंट, जूनियर असिस्टेंट और असिस्टेंट लाइब्रेरियन के पद रिक्त पड़े हैं। अभिभावकों का कहना है कि इसी वर्ष पाठशाला से शिक्षकों के तबादले हुए हैं, लेकिन इनके स्थान पर अभी तक किसी अन्य की तैनाती नहीं की गई है। जिसका खामियाजा अब बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। अभिभावक शिक्षकों के पद भरने की मांग कई बार उठा चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। अभिभावकों का कहना है कि पाठशाला में छठी, सातवीं, आठवीं और नौवीं कक्षा के बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं दिसंबर में हैं। लिहाजा वार्षिक परीक्षाओं को भी अब एक माह का वक्त शेष रह गया है। इस स्थिति में बच्चों के भविष्य पर भी तलवार लटकी हुई है।
उधर, स्कूल के क्लेरिकल स्टॉफ के पद भी रिक्त होने के कारण शिक्षकों को ही सारा ऑफिस का कामकाज निपटाना पड़ रहा है और इससे वह कक्षाएं लेने में भी कभी असमर्थ हो जाते हैं। अभिभावकों ने मांग की है कि जल्द यहां रिक्त पद भरे जाएं। स्कूल में रिक्त पदों को भरने के बारे में उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। पदों की स्वीकृति मिलने के बाद शिक्षकों को तैनात कर दिया जाएगा। चंबा में जल्द ही सभी स्कूलों में अध्यापकों की कमी को पूरा कर दिया जाएगा।
देवेंद्र पाल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग चंबा। भरमौर क्षेत्र में जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है उन्हें जल्द पूरा किया जाएगा। जहां तक सीनियर सेकेंडरी स्कूल होली में अध्यापकों के खाली पदों को भरने की बात है तो इस मामले को लेकर मैं स्वयं शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से बात करूंगा। ताकि यहां पर रिक्त पदों को भरा जा सके।
जिया लाल कपूर, विधायक भरमौर।