मणिमहेश यात्रा: पुल की जगह वैकल्पिक मार्ग बनाकर भरमौर-हड़सर मार्ग किया बहाल, सैकड़ों श्रद्धालु निकाले
भरमौर- हड़सर मार्ग को छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। प्रंघाला के पास पुलिया बह गई थी जिसकी वजह से प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा को रोक दिया था।
भरमौर, जेएनएन। भरमौर- हड़सर मार्ग को छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। प्रंघाला के पास पुलिया बह गई थी, जिसकी वजह से प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा को रोक दिया था। सोमवार शाम को यहां पर श्रद्धालुओं के रास्ता बहाल कर दिया गया और मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे छोटे वाहनों के लिए मार्ग खोल दिया गया है। हड़सर में फंसे सैकड़ों वाहनों को निकाला जा रहा है। पुल की जगह प्रशासन ने एक दिन के अंदर वैकल्पिक मार्ग बनाकर आवाजाही बहाल कर दी है।
सोमवार शाम पैदल यात्रियों के लिए मार्ग बहाल करने से हजारों श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली थी। रविवार देर रात पुलिया बहने से प्रशासन को दूसरी बार मणिमहेश यात्रा पर रोक लगानी पड़ी। मार्ग के बंद होने से करीब 1100 वाहन मार्ग के दोनों ओर फंस गए। इसके कारण मणिमहेश यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने तुरंत वैकल्पिक मार्ग का निर्माण करने के आदेश दिए और एहतियातन मणिमहेश यात्रा पर भी रोक लगाई। हालांकि, अब रोक हटा दी गई है व श्रद्वालु मणिमहेश जा सकते हैं।
दूसरी ओर शिवभक्तों की लगातार बढ़ रही संख्या से भरमौर उपमंडल में जगह-जगह ट्रैफिक जाम लगने पर पुलिस द्वारा चंबा-भरमौर एनएच पर कलसुईं नामक स्थान पर नाकाबंदी की और यात्रियों के वाहनों को भरमौर जाने से रोका। इस दौरान कई यात्री पुलिस से भी उलझे, लेकिन उन्हें थाना सदर प्रभारी प्रशांत ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर समझाया। शाम करीब छह बजे मार्ग को पैदल आवाजाही हेतु बहाल कर दिया गया, जबकि वाहनों के लिए अब भी मार्ग अवरुद्ध है। मार्ग बहाली को लेकर युद्धस्तर पर कार्य जारी है।
तुनुहट्टी से बनीखेत तक रोके गए श्रद्धालु
प्रंघाला में पुल ढह जाने के चलते डलहौजी पुलिस ने एहतियात के तौर पर तुनुहट्टी से लेकर बनीखेत तक नाके लगाकर वाहनों को रोका। अधिकतर तो वापस लौट गए, जबकि कुछ बनीखेत या डलहौजी में रुक गए। एसएचओ आशीष पठानिया ने कहा श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के लिए उन्हें रोका गया।
हेलीटैक्सी सुविधा न मिलने से यात्री परेशान
मणिमहेश यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं के लिए हेली टैक्सी सेवा का इंतजार बढ़ गया है। तीन दिन बाद भी हेलिटैक्सी सेवा न मिलने से श्रद्धालुओं में रोष है। भरमौर से गौरीकुंड के लिए हेलिटैक्सी सेवा आरंभ न होने से कई श्रद्धालु यात्रा किए बिना लौट गए हैं। कुछ अभी भी इंतजार कर रहे हैं। हेलिटैक्सी सेवा आरंभ करने की अभी तक रक्षा मंत्रालय की ओर से मंजूरी नहीं मिल पाई है। उपमंडलीय प्रशासन की ओर से 20 अगस्त से यात्रियों को हेलीटैक्सी उपलब्ध होने की बात कही गई थी।