फर्श व स्ट्रेचर पर मिला घायलों को उपचार
सुरेश ठाकुर, चंबा पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में बुधवार को हुए बस हादसे
सुरेश ठाकुर, चंबा
पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में बुधवार को हुए बस हादसे ने एक बार फिर व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। बस हादसे के घायलों को जब अस्पताल पहुंचाया गया तो घायलों का इलाज फर्श व स्ट्रेचर पर करना पड़ा। बुधवार को चंबा-भरमौर मार्ग पर लूणा के पास हुए सड़क हादसे के घायलों को बेड भी नसीब नहीं हुए। लिहाजा मरीजों को उचित सुविधाएं प्रदान करने के प्रबंधन के दावों की पोल खोल दी है। देर शाम एक के बाद एक पहुंचे मरीजों को उचित सुविधा देने में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन नाकाम रहा। घायलों को बिस्तर के अभाव में जमीन पर लेटाना पड़ा, तो दूसरी ओर आपातकालीन कक्ष में ग्लूकोज आदि के लिए स्टैंड भी नदारद थे। इससे तीमारदारों को ग्लूकोज आदि हाथ में पकड़कर खड़े होने के लिए मजबूर होना पड़ा। यहां तक कि कई बिस्तरों पर गद्दे ही मौजूद नहीं थे। ऐसे में सेवा भारती के स्वयंसेवकों ने बाजार से गद्दों का इंतजाम किया और किराये पर गद्दे लाकर मेडिकल कॉलेज के बिस्तरों पर बिछाए। हालांकि हादसा होने के करीब डेढ़ घंटे बाद घायलों को मेडिकल कॉलेज लाया गया, लेकिन प्रबंधन उचित व्यवस्था करने में पूरी तरह से नाकाम रहा। जबकि प्रबंधन को हादसे की सूचना मिलते ही आपातकालीन कक्ष को खाली करवाकर उचित व्यवस्था करनी चाहिए थी।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही सभी विभागों के चिकित्सकों को अस्पताल बुला लिया गया था। सभी घायलों का नि:शुल्क उपचार किया गया। कुछेक घायलों को बेड न होने के कारण फर्श पर गद्दों पर उपचार देना पड़ा। भविष्य में पूरी व्यवस्था की जाएगी।