वर्षाशालिका में भी छाता लेकर खड़े होना पड़ता
पठानकोट-भरमौर एनएच पर नैनी खड्ड बाजार में शिव मंदिर के समीप बनाई गई वर्षाशालिका खस्ता हालत में है।
संवाद सहयोगी, बकलोह : पठानकोट-भरमौर एनएच पर नैनी खड्ड बाजार में शिव मंदिर के समीप बनाई गई वर्षाशालिका खस्ता हालत में है। लोक निर्माण विभाग ने इसका निर्माण करीब 25 साल पहले किया था। अब यह कुछ साल से एनएच के अधीन है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षाशालिका के लेंटल का प्लास्टर उखड़ना शुरू हो गया है। लेंटल के सरिये तक निकल आए हैं। बारिश होने पर वर्षाशालिका के अंदर छत से पानी टपकता है जिस कारण इसके अंदर खड़ा होना तक मुश्किल हो जाता है। आश्चर्य की बात है कि वर्षाशालिका के अंदर भी छाता लेकर खड़े होना पड़ता है। संबंधित विभाग से कई बार वर्षाशालिका की मरम्मत करवाने की गुहार लगाई लेकिन आज दिन तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
लोगों ने बताया कि वर्षाशालिका की खस्ता हालत का मुद्दा तो है ही। इसके साथ ही एक और बड़ी समस्या यह है कि इस वर्षाशालिका के अंदर हमेशा वाहन खड़े रहते हैं। ऐसे में बसों का इंतजार कर रहे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अगर जल्द वर्षाशालिका की मरम्मत नहीं की गई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस मुद्दे पर एनएच की कनिष्ठ अभियंता कनुप्रिया ने कहा कि वर्षाशालिका को डिस्मेंटल करने के लिए एस्टिमेट तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इस दिशा में कार्य शुरू किया जाएगा।