पांच साल से पार्किंग की राह देख रहा सलूणी
बड़ी हैरानी की बात है कि विकास खंड की 43 पंचायतों के मुख्य केंद्र सलूणी कस्बे में आज दिन तक पार्किंग नहीं बन पाई है।
संवाद सहयोगी, सलूणी : बड़ी हैरानी की बात है कि विकास खंड की 43 पंचायतों के मुख्य केंद्र सलूणी कस्बे में आज दिन तक पार्किंग नहीं बन पाई है। पार्किंग न होने के कारण लोग अपने वाहनों को बेतरतीब ढंग से खड़े कर रहे हैं। इससे जहां हादसे होने की आशंका बढ़ जाती है, वहीं आने-जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पार्किंग स्थल को चिह्नित करने की कवायद भी सर्वे से आगे नहीं बढ़ पाई है।
उपमंडल मुख्यालय पर तमाम विभागों के मंडलस्तरीय कार्यालय लोगों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जहां हजारों लोग रोजाना अपने रोजमर्रा के कार्यो के लिए आते हैं, लेकिन पार्किंग सुविधा न होने से उन्हें जगह-जगह बेतरतीब ढंग से वाहन खड़े करने पड़ते हैं। पांच वर्ष पूर्व वन विभाग की निरीक्षण चौकी के पास भूमि का चयन किया था और मुख्यमंत्री के सलूणी दौरे के दौरान भी इस स्थान को चिह्नित किया गया था। बावजूद इसके यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई है।
गौरतलब है कि ऐतिहासिक जातर मेला, छिज मेला, जलसे व रैलियों आदि के दौरान उमड़ने वाली भीड़ के चलते कस्बे के हालात काफी बदतर हो जाते हैं और लोगों को बाजार के बीच स्थित मैदान से तीन-तीन किलोमीटर दूर अपने वाहन पार्क करने पड़ते हैं। लोगों ने प्रशासन से जल्द मुख्यालय में पार्किंग बनाने की मांग की है।