चार साल से प्यासे महालियत करहोती व करेल के लोग
पांगी घाटी की ग्राम पंचायत किलाड़ के महालियत करहोती तथा करेल पंचायत के करेल गांव के लोगों की प्यास बुझाने के लिए बिछाई जाने वाली पाइपलाइन का कार्य तीन चार वर्षों में भी पूरा नहीं हो पाया है
संवाद सहयोगी, पांगी : पांगी घाटी की ग्राम पंचायत किलाड़ के महालियत करहोती तथा करेल पंचायत के लोगों की प्यास बुझाने के लिए बिछाई जाने वाली पाइपलाइन का कार्य करीब चार वर्ष में भी पूरा नहीं हो पाया है, जिस कारण उक्त गांवों के ग्रामीणों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 2015 में तत्कालीन वनमंत्री ने गुजराल नाले से करेल के लिए पेयजल योजना का शिलान्यास किया था। इसके बाद इसका कार्य तो शुरू किया गया, लेकिन पूरा नहीं हो पाया। उक्त कार्य पिछले काफी समय से लटका हुआ है, जिस कारण इन गांवों के लोगों को पेयजल आपूर्ति के लिए यहां-वहां भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस समस्या के बारे में कई बार स्थानीय प्रशासन तथा नेताओं से गुहार लगाई गई, लेकिन किसी ने इस पर गौर नहीं किया। लोगों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में उसी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया जाएगा, जो कि जनता को यह विश्वास दिलाएगा कि चुनाव के बाद पेयजल की समस्या को खत्म करेगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की समस्या को हल करने के लिए कई बार सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग से गुहार भी लगाई जा चुकी है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। यही कारण है कि स्थानीय लोगों को पेयजल आपूर्ति के लिए करीब एक से दो किलोमीटर तक का सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। स्थानयी लोगों ने सिचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति की समस्या का समाधान करने को लेकर उक्त पेयजल लाइन का कार्य पूरा करवाया जाए, ताकि उन्हें राहत मिल सके।
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गुजराल नाला से महालियत पेयजल योजना का काम करीब तीन किलोमीटर तक हो चुका है। पाइपें न होने के कारण यह कार्य अधूरा रह गया था। रोहतांग दर्रे के खुलते ही पाइपें लाकर इस कार्य को पूरा कर दिया जाएगा।
-अजय शर्मा, सहायक अभियंता सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग पांगी।
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