मौसम खराब तो अंधेरे में बैठेंगे जनाब
पंचायती राज से सबंधित सभी प्रमाण पत्र व अन्य कामकाज डिजिटल है।
कमल किशोर, सेईकोठी
सरकारें विकास पर बड़े-बड़े दावे करती हैं, लेकिन असल में धरातल पर यह दावे नहीं दिख रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए पंचायतों का गठन किया है, जहां लोगों की समस्याओं का समाधान होता है, लेकिन विकास खंड तीसा के तहत गुइला पंचायत कार्यालय ऐसा है जहां आज तक बिजली ही नहीं है। इस पंचायत को डिजिटल करने के दावे हवा में दिखाई दे रहे हैं। पंचायती राज से संबंधित सभी प्रमाणपत्र व अन्य कामकाज डिजिटल है, लेकिन यहां लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। पंचायत सचिव व ग्राम रोजगार सेवक को कार्य ऑनलाइन करने के लिए अन्य स्थानों पर जाना पड़ रहा है। मनरेगा आवेदन करने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। बारिश व बर्फबारी में अंधेरे में ही बैठकें करनी पड़ती हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने बिजली बोर्ड अधिकारियों से कई बार लिखित शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
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मोमबत्ती की रोशनी में होती है वोटों की गिनती
पंचायत कार्यालय मतदान केंद्र भी है। खराब मौसम होने पर यहां अंधेरे में ही मतदान करवाना पड़ता है। अंधेरे में मतदान से संबंधित कार्रवाई करना काफी मुश्किल है। पंचायती चुनाव की मतगणना इसी कार्यालय में होती है। यह मतगणना रात के समय होती है, लेकिन रात और बिना बिजली के यहां मतगणना में बड़ी परेशानियों से अधिकारियों व कर्मचारियों को दो-चार होना पड़ता है। मोमबत्तियां व टॉर्च जलाकर वोटों की गिनती की जाती है।
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इस समस्या को लेकर कई बार प्रशासन को अवगत करवाया गया है। कई बार ग्रामसभा व ग्राम पंचायत के पारित प्रस्ताव एसडीएम व उपायुक्त के माध्यम से बिजली बोर्ड के अधिकारियों को भेजे जा चुके हैं।
-कर्म सिंह, प्रधान ग्राम पंचायत गुइला।
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बिजली न होने के कारण पंचायत में कामकाज करना काफी मुश्किल है। प्रमाणपत्र, बीपीएल, परिवार रजिस्टर नकल, जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र, व पंजीकरण ऑनलाइन हैं। बिना बिजली के लोगों को ऑनलाइन प्रमाणपत्र देना मुश्किल है। इस समस्या के बारे में एसडीएम, उपायुक्त, सहायक अभियंता बिजली बोर्ड, अधिशासी अभियंता बिजली बोर्ड को अवगत करवाया गया, लेकिन इस समय के समाधान के लिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
-हिम्मत सिंह, पंचायत सचिव ग्राम पंचायत गुइला।
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समस्या ध्यान में है। सारी औपचारिकताएं पूरी होकर दो बिजली के खंभे भी लगा दिए गए हैं। अब तारें बिछाने का कार्य शेष रहा है जो चुनाव से पहले पूरा कर दिया जाएगा।
-रोशन लाल, सहायक अभियंता बिजली बोर्ड तीसा।
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