सुविधाएं पूरी, फिर भी निजी स्कूलों में दाखिला
संवाद सहयोगी, चंबा : सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में बच्चों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं
संवाद सहयोगी, चंबा : सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में बच्चों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं लेकिन फिर भी लोग बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाने से परहेज कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील योजना शुरू की गई है ताकि बच्चों की संख्या बढ़ सके। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। स्कूलों में बच्चों को निशुल्क किताबें उपलब्ध करवाई जा रही हैं ताकि कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न रहे। सरकार ने विद्यार्थियों के लिए निशुल्क बस सुविधा के साथ छात्रवृत्ति योजना भी शुरू की है। लेकिन सरकार का सरकारी स्कूलों मे बच्चों की संख्या बढ़ाने का यह प्रयास भी असफल नजर आ रहा है। अभिभावकों का आरोप है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है। इस कारण वे बच्चों के भविष्य को देखते हुए उनका दाखिला निजी स्कूलों में करवाने को मजबूर हैं। उनका आरोप है कि सरकारी स्कूलों में अधिकतर अध्यापक हाजिरी लगाने तक ही सीमित हैं। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि बच्चों को स्कूलों में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। लेकिन फिर भी अभिभावक उन्हें निजी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं, जो गलत है।