राष्ट्रीय पेंशन स्वावलंबन योजना के तहत हो रही ठगी
संवाद सूत्र, सलूणी : चिटफंड कंपनियों से प्रेरित कुछ एजेंट शहरी क्षेत्रों में प्रशासन व पुलिस की मौजूदगी को भांपते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों की जमा पूंजी अवैध रूप से उगाहने में लगे हुए हैं। जिसके तहत बाकायदा राष्ट्रीय पेंशन स्कीम स्वावलंबन योजना के नाम पर उनसे पंजीकरण की राशि दस गुणा तक अधिक ली जा रही है। जबकि इस योजना के नाम पर हर कम पढ़ा लिखा व्यक्ति इन एजेंटों के झांसे में आ रहा है।
चंबा जिले के सलूणी क्षेत्र में कार्य कर रही गैर सरकारी संस्था बीएमसीटीआइ के प्रदेशाध्यक्ष अवनेश ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय पेंशन स्कीम स्वावलंबन योजना के तहत पंजीकरण की धनराशि सौ रुपये निर्धारित की गई है। जिसके लिए बाकायदा क्षेत्रीय कॉमन सर्विस सेंटर से इस योजना के तहत पंजीकरण करने का प्रावधान है। लेकिन कुछेक दूसरे क्षेत्रों के एजेंट ग्रामीणों की अनपढ़ता और अज्ञानता का लाभ उठाकर इस गोरखधंधे में लगे हुए हैं। जिसके तहत वह सौ रुपये की जगह आठ सौ रुपये से लेकर एक हजार तक की पंजीकरण राशि वसूल रहे हैं। हालांकि सर्वे रिपोर्ट में इस तथ्य के सामने आने के बाद बीएमसीटीआइ ने लोगों को जागरूक करने का काम शुरू कर दिया है।
सूत्र बताते हैं कि वैसे तो यह पंजीकरण राष्ट्रीय पेंशन स्वावलंबन योजना के तहत ही करते हैं। लेकिन इनके तार बाहरी राज्यों विशेष कर पंजाब से जुड़े होने के कारण यह लोगों को झांसे में लेकर पंजीकरण के लिए कई गुणा अधिक राशि वसूल कर रहे हैं। जिसमें से यह कमीशन के तौर पर अतिरिक्त धनराशि अपने पास ही रख रहे हैं। पता चला है कि सलूणी उपमंडल के हिमगिरी, डियूर, भांदल, किहार, सालवां, सुरंगानी, सुंडला व भलेई में ऐसे सैकड़ों लोग हैं, जिनसे इस योजना के तहत पंजीकरण के लिए कई गुणा अधिक धनराशि वसूली गई है।
ऐसे में लोगों से अवैध रूप से उगाही जा रही यह धनराशि लाखों करोड़ों में बताई जा रही है। लेकिन पुलिस और प्रशासन को इसका संज्ञान न होने के चलते इनका यह गोरखधंधा काफी फल-फूल रहा है। डीएसपी सलूणी अजय राणा ने बताया कि उन्हें मीडिया के हवाले से यह जानकारी मिली है। अगर कोई शिकायत उनके पास आती है तो नियमानुसार शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।