रोक के बावजूद स्कूलों में मनाए जा रहे समारोह
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में वार्षिक वितरण समारेाह के आयोजन को लेकर भले ही सरकार ने रोक लगा ली दी है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : स्कूलों में वार्षिक समारोह के आयोजन पर भले ही सरकार ने रोक लगा दी है, लेकिन बिलासपुर जिले में स्कूल प्रबंधन और मुख्य अतिथि बनने वाले नेताओं को इसकी कोई परवाह नहीं है। हालात यह हैं कि बिलासपुर जिले में अभी भी स्कूलों में वार्षिक समारोह आयोजित किए जा रहे हैं।
बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए सरकार ने 30 जनवरी से सरकारी स्कूलों में किसी भी गैर शैक्षणिक और वार्षिक समारोह के आयोजन पर रोक लगा दी थी। सरकार ने उपनिदेशकों को भी पत्र जारी कर दिया है और उपनिदेशकों ने सभी स्कूलों को भी निर्देश जारी कर दिए, लेकिन असर नहीं हुआ। स्कूल प्रशासन आदेशों का पालन करने में जरा भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
आलम यह है कि शुक्रवार को भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रदेश में मार्च के पहले सप्ताह से बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। यह माह परीक्षाओं की तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक प्रकाश चंद धीमान का कहना है सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्हें वीरवार को यह आदेश मिले हैं और शुक्रवार को जारी कर दिए। यदि कोई शिकायत मिलती है तो जवाब तलब किया जाएगा।
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कड़ा संज्ञान लेना चाहिए
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : जिला कांग्रेस के महासचिव व पूर्व प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश की अवहेलना की जा रही है। एक तरफ प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में वार्षिक समारोह आयोजित न करने का फरमान जारी कर रही है, वहीं इसके विपरीत अभी भी वार्षिकोत्सव हर पाठशाला में मनाए जा रहे हैं। स्कूलों में प्रदेश सरकार के मंत्री, विधायक व भाजपा नेता ही आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बात समझ से परे है कि जब प्रदेश सरकार इस तरह की अधिसूचना जारी करती है तो क्यों वार्षिकोत्सव पढ़ाई के दिनों में मनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में प्रदेश के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव व शिक्षा विभाग के निदेश व उप निदेशकों को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए।