बसें न मिलने पर लिफ्ट लेकर घरों तक पहुंचे लोग
जिला बिलासपुर में निजी बस ऑपरेटर की हड़ताल का व्यापक असर देखने क
जागरण टीम, बिलासपुर : जिला बिलासपुर में निजी बस ऑपरेटर की हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। लोग बस स्टॉप पर इंतजार करते ही रह गए लेकिन बसें नहीं आई। इस कारण लोगों को लिफ्ट लेकर घरों तक पहुंचना पड़ा। जिला में कई बस मालिकों ने अपनी बसें अपने घरों में ही खड़ी रखीं तो वहीं कुछ ने इन्हें बस अड्डे के भीतर खड़ा कर दिया था। भीड़ के कारण लोग एचआरटीसी बसों में चढ़ भी नहीं सके। दूरदराज क्षेत्र के कर्मचारी न समय पर कार्यालय पहुंचे व न ही विद्यार्थी समय पर स्कूल पहुंचे पाए। बसों में जगह न मिलने पर लोग वाहन चालकों से लिफ्ट लेकर अपने गंतव्य पर पहुंचे। हालांकि एचआरटीसी ने अतिरिक्त बसें चलाकर राहत देने की कोशिश की लेकिन सुबह के समय बसें न होने के कारण लोग परेशान हुए। उधर, स्वारघाट, कैंची मोड़, स्वाहण, नयना देवी सड़क पर प्राइवेट बसें नहीं चली। निजी बसों पर निर्भर इस रूट पर लोग बसों को इंतजार करते ही रह गए। इस मार्ग पर दो या तीन ही बसें सरकारी जाती है। निजी बसों की हड़ताल के कारण लोगों को किराये पर गाड़ियां करके एक जगह से दूसरी जगह तक जाना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्र के लोग सबसे ज्यादा परेशान हुए।
उधर, भगेड़, घुमारवीं, भराडी, कुठेडा, नम्होल में सुबह से ही लोग सरकारी बसों को पकड़ने की होड़ में लगी रही। सरकारी बसों में सुबह से ही इतनी ज्यादा भीड़ थी कि अधिकांश लोगों को सीट न मिलने पर टैक्सियों का सहारा लेना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी लोकल रूटों पर गेहड़वीं, औहर, धराड़सानी, ज्योरिपतन, समोह, झंडूता आदि छोटे रूटों पर आई।
शाहतलाई, दियोटसिद्ध, ऊना, घुमारवी, बिलासपुर, शिमला आदि की तरफ जाने वाली सवारियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। ऑफिस और दुकान में जाने वाले लोग समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सके स्कूल ओर कॉलेज के बच्चे टाइम के स्कूल में नही पहुंच सके। कुछ ने छूटी कर ली तो कुछ सरकारी बसों का इंतजार करते नजर आए। किसी को सरकारी बस मे चढ़ने का मौका ही नही मिला। ज्यादातर लोग घरों से कहीं जाने के लिये निकले ही नहरीं तो कुछ दो घंटे पहले ही निकल पड़े। मीना, इंदु, रीता देवी, सपना, अम्बिका, देश रा•ा, पवन, संजू, कपिल, बंटी आदि ने बताया कि हड़ताल से केवल जनता को परेशानी झेलनी पड़ी। बरठीं और इसके साथ लगते बाजार भी लेट खुले और सरकारी कर्मचारी भी समय पर अपने- अपने स्थानों पर नही पंहुच सके। निजी बस हड़ताल का असर कंदरौर, बरमाणा, में भी देखने को मिला।