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पीएचसी पनौल में दो हफ्तों से डॉक्टर नहीं

घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पनौल में पिछले दो सप्ताह से डाक्टर के तबादला होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 05:27 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 06:22 AM (IST)
पीएचसी पनौल में दो हफ्तों से डॉक्टर नहीं

संवाद सहयोगी, समोह : घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पनौल में दो सप्ताह से डॉक्टर नहीं है। यहां से डॉक्टर का तबादला होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य केंद्र में अब नर्से ही हैं। लोगों को इलाज करवाने के लिए बरठीं, बिलासपुर या फिर घुमारवीं जाना पड़ रहा है। लोगों को कहना है कि पहले भी डॉक्टर को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाता रहा था, जिसके कारण लोगों को सप्ताह में केवल एक ही दिन सुविधा मिल पाती थी, लेकिन अब वह आस भी समाप्त हो गई है। लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि पीएचसी पनौल में स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति की जाए। सीएमओ बिलासपुर डॉ. प्रकाश दड़ोच का कहना है कि डॉक्टर का तबादला कर दिया गया है। यहां पर नए डाक्टर की तैनाती कर दी जाएगी।

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डॉक्टर न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहले भी डॉक्टर को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाता रहा है। यहां स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति करनी चाहिए, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें।

-राजकिशोर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पनौल भगेड़-बरठीं सड़क के किनारे है। सड़क हादसा होने पर घायल को यहीं पर लाया जाता है। पीएचसी पनौल में डॉक्टर न होने के कारण अब घायल को बरठीं, घुमारवीं या फिर क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर ले जाना पड़ेगा। इसमें काफी समय लगेगा।

-रतनलाल। -बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर बेहतर इलाज कैसे हो सकता है। सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। अभी तक यहां पर किसी भी डॉक्टर की तैनाती के आदेश नहीं हुए हैं। ऐसे में लोगों को बेहतर सेवाएं कैसे मिलेगी। -दीपक कुमार। स्वास्थ्य केंद्र में तीन पंचायतों के लोग अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं। डॉक्टर होने पर प्रतिदिन चालीस से पचास मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन अब डॉक्टर न होने के कारण उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। सरकार को स्थायी डॉक्टर की तैनाती करनी चाहिए।

-रविंद्र सिंह। पीएचसी पनौल में डॉक्टर पहले भी प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाता रहा है। इसके कारण लोगों को सप्ताह में एक दिन ही सुविधा मिल पाती थी। बिलासपुर में पहले ही डॉक्टरों की कमी चली हुई है। ऐसे में अब यहां पर कब तक डॉक्टर आएगा कुछ नहीं कहा जा सकता है।

-कर्म सिंह। सरकार को ध्यान देना चाहिए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। लोगों की सुविधा के लिए डॉक्टर की नियुक्ति करना जरूरी है। लोगों को घुमारवीं या बिलासपुर की दौड़ लगानी पड़ती है, जिससे वक्त और धन दोनो बर्बाद हो रहा है।

-पृथ्वी सिंह।


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