सलाओं उपरली पंचायत में कोरम पूरा न होने पर विवाद
घुमारवीं उपमंडल के तहत पंचायत सलाओं उपरली में मनरेगा के सोशल ऑडि
संवाद सहयोगी, बम्म : घुमारवीं उपमंडल के तहत पंचायत सलाओं उपरली में मनरेगा के सोशल ऑडिट के लिए बुलाई बैठक में विवाद हो गया। ग्राम सभा की बैठक में पंचायत सचिव व ऑडिट करने आई टीम के बीच विवाद हुआ। पंचायत सचिव ग्राम सभा में कोरम के लिए वांछित संख्या के पूरा न होने पर इसे खारिज कर गए। इसके विरोध में दूसरे पक्ष ने कोरम के लिए तय नियमों का हवाला देते हुए पंचायत सचिव की भूमिका पर सवाल खडे़ कर दिए। दोनों पक्षों में इस दौरान काफी देर तक बहस चलती रही।
पंचायत में कुछ माह से मनरेगा का सोशल ऑडिट पूरा करवाने के लिए ग्राम सभा करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दो बार पहले भी बैठक बुलाई गई, लेकिन कोरम पूरा नहीं हो पाया। दो दिन पहले भी बैठक का आयोजन किया गया था। सोशल ऑडिट करने अंजना देवी व लेख राम आए थे। कोरम पूरा करने के लिए 96 लोग चाहिए थे। पंचायत की ओर से निर्धारित समय एक बजे तक 94 लोगों की उपस्थिति पंचायत में दर्ज हो चुकी थी। इस दौरान पांच लोग और कतार में रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर करने के लिए खडे़ थे। आरोप है कि पंचायत सचिव राज कुमार ने करीब सवा एक बजे कार्रवाई यह कहते हुए बंद कर दी कि तय समय तक कोरम पूरा नहीं हो पाया है। अंजना देवी और लेखराम व मौजूद लोगों में लेख राम, करतार, मनोहर लाल, फूलां देवी, कमला देवी, लता देवी, निर्मला देवी, धर्म ¨सह, जगरनाथ, चमन लाल, जमना देवी, कृष्णा देवी, शंकर दास के ने बताया कि ग्राम सभा की बैठक तीन से पांच बजे तक भी कोरम पूरा करने के लिए चलाई जाती है, लेकिन यहां पर पंचायत सचिव ने बैठक को रद कर दिया। इससे पंचायत के लोगों में काफी रोष है।
अंजना देवी व लेखराम ने बताया कि उन्होंने पंचायत सचिव को यह भी बताया कि आप 96 लोगों के साथ कोरम को पूरा कीजिए और यदि किसी भी तरह की जवाबदेही बनती है तो वे लिखित में देने के लिए तैयार हैं। इसके बावजूद कोरम के रद करने पर किसी भी तरह का लिखित में कारण नहीं बताया गया। वहीं, पंचायत सचिव राज कुमार का कहना है कि पहले से ही इस बारे में सूचना दी गई थी कि एक बजे ग्राम सभा में लोग पहुंचे और कोरम को पूरा करें, लेकिन तय वक्त पर कोई नहीं आया तो उन्होंने तय नियमों के तहत बैठक को रद कर दिया। उन्होंने बताया कि बैठक में 120 लोगों की हाजिरी कोरम के लिए अनिवार्य थी।
पंचायत प्रधान सुलक्षण पठानिया ने कहा कि कुछ लोग पंचायत के लोगों को गुमराह करके पंचायत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव ने तय नियमों के तहत ही काम किया है।