बरठीं वार्ड में बागी बिगाड़ेंगे भाजपा व कांग्रेस का खेल
तरसेम सिह चंदेल बरठीं/बिलासपुर विधानसभा हलका झंडूता से जुडे़ जिला परिषद के बरठीं वार्ड में
तरसेम सिह चंदेल, बरठीं/बिलासपुर
विधानसभा हलका झंडूता से जुडे़ जिला परिषद के बरठीं वार्ड में कांग्रेस व भाजपा दोनों ही उम्मीदवारों को अपनी ही पार्टियों के बाकी नेताओं से टकराव का सामना करना पड़ रहा है। दोनों ही दल अपने इन बागी नेताओं को इस चुनाव से बाहर रखने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। इस कारण अब यहां दोनों ही दलों की ओर से घोषित प्रत्याशियों के वोट बैंक को नुक्सान के हालात नजर आ रहे हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों की ओर से दावा किया जा रहा है कि उन्हें कोई नुकसान नहीं हो रहा है और सीधी जंग यहां कांग्रेस व भाजपा में है।
जिला परिषद वार्ड पांच (बरठीं) से पांच उम्मीदवारों के चुनाव मैदान में होने से इस बार यहां का चुनावी परिदृश्य बेहद रोचक है। इस वार्ड से ऊषा ठाकुर भाजपा समर्थित उम्मीदवार हैं। पार्टी की पुरानी नेता हैं तथा उन्होंने शारीरिक शिक्षक के तौर पर इलाके में लंबे समय तक सेवाएं दी हैं। वह छत पंचायत की निवर्तमान प्रधान भी हैं। भाजपा की आधिकारिक प्रत्याशी होने के कारण इन्हें उम्मीद है कि इन्हे पार्टी का काडर वोट जीत की दहलीज तक पहुंचा सकता है। लेकिन उनके रास्ते में रोडे अटकाने के लिए बड़गांव पंचायत से नेहा चंदेल खड़ी हैं। वह जिला भाजपा महिला मोर्चा में भी सक्रिय रही हैं। नेहा चंदेल बड़गांव पंचायत की निवर्तमान प्रधान हैं।
कांग्रेस समर्थित युवा उम्मीदवार शालिनी राणावत की उपस्थिति भी इस बार जोरदार नजर आ रही है। वह बरठीं पंचायत के तहत शलगर वार्ड से हैं। इनको युवा होने और छात्र राजनीति में इनके प्रभाव का लाभ मिल सकता है मगर इलाके में कांग्रेस से जुड़े उम्मीदवारों के विद्रोही तेवरों से निपटने के लिए इन्हें पहले से और मजबूती से आगे आने की जरूरत है।
इसी वार्ड से निशा शर्मा भी चुनाव लड़ रही हैं। वह भल्लू रियिणा से आती हैं और कांग्रेस विचारधारा से जुड़ी हैं। इनके पति सुभाष गौतम एनएसयूआइ, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में काम करते करते रहे हैं। मगर वर्तमान में कांग्रेस नेताओं के पक्षपातपूर्ण व्यवहार से नाराज हैं।
पांचवीं उम्मीदवार मीरा देवी कोटलू ब्राह्मणा इलाके से हैं। यह भी अपने इलाके में सक्रिय रही हैं। ऐसे में कोटलू ब्राह्मणा इलाके व इसके आसपास के संबंधित उम्मीदवारों को कहीं न कहीं नुक्सान कर सकती हैं।