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बिलासपुर में मुस्लिमों ने फूंका पाकिस्तान का पुतला

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) को भारत में शामिल करने व एलओसी (लाइ

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Aug 2017 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 14 Aug 2017 07:35 PM (IST)
बिलासपुर में मुस्लिमों ने फूंका पाकिस्तान का पुतला

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) को भारत में शामिल करने व एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर लगातार जारी गोलाबारी से बढ़ रही आतंकवादी घटनाओं को लेकर सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बिलासपुर में पाकिस्तान का पुतला फूंका। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के बैनर तले मुस्लिम लोगों ने जहां भारत माता की जय व हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर देशभक्ति का हौसला बुलंद किया, वहीं पाकिस्तान के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाकर भड़ास निकाली। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।

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सुबह करीब 11 बजे मुस्लिम समुदाय के लोग मुस्लिम राष्ट्रीय मंच हिमाचल प्रदेश के संयोजक केडी हिमाचली व सह संयोजक मुनीर अख्तर लाली की अगुवाई में डियारा सेक्टर में एकत्रित हुए, जहां पाकिस्तान के खिलाफ जमकर हमला बोला गया। इस दौरान पुरुषों सहित महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मांग की कि पाकिस्तान पीओके से फौज तुरंत वापस बुलाए।

आजादी के 70 वर्ष पूरे होने के बाद भी पाक गुलाम कश्मीर की 24 सीटें विधायक व छह सीटें एमएलसी (विधायी परिषद सदस्य) की खाली हैं। भारत सरकार उन सीटों पर चुनाव करवाए या मनोनीत करे। पाकिस्तान द्वारा एलओसी पर लगातार गोलाबारी की जा रही है और आतंकवादी घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे आम आदमी भयभीत है। पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। दोनों सदनों द्वारा 22 अक्टूबर, 1994 को जो प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसमें पाक गुलाम कश्मीर को भारत में सम्मिलित करने की बात की थी, तो पाकिस्तान के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए लक्ष्य की पूर्ति की जाए। जो पाक द्वारा कश्मीर में नशा, हथियार व आतंकवाद भेजा जा रहा है, उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई हो।

केडी हिमाचली ने बताया कि 75वीं वर्षगांठ पर पाकिस्तान गुलाम कश्मीर को छोड़े। पीओके भारत का अभिन्न अंग है। पीओके ने पाकिस्तान को कभी नहीं माना तथा 22 अक्टूबर, 1994 को संसद के दोनों सदनों ने संयुक्त अधिवेशन में यह प्रस्ताव पारित किया था कि पाकिस्तान से एक ही मुद्दे पर बात होगी कि पाक गुलाम कश्मीर का एक-एक इंच जिसमें गिलगिट, ब्लूचिस्तान व पीओके का पूरा क्षेत्र भारत को वापस हो। इस कार्यक्रम की शुरुआत क्रांति के रूप में नौ अगस्त को कश्मीर वार्डर शहर कुफवाड़ा के टाउन हाल से हो गई है, जहां हजारों कश्मीरी कार्यकर्ता व पदाधिकारी मंच के राष्ट्रीय संयोजक इस्लाम अब्बास आगरा सहित शामिल हुए। इस अवसर पर सनीम, अनीम, रफी मोहम्मद, रजान मोहम्मद, राजू खान, नासिर, आफताब, रफीक मोहम्मद, इशान, दानिस, नजिस, शानिद, अनीम चौधरी, सूरेया बेगम, निलोफर खान, नुसरत, रुखसाना बेगम व सुलताना सहित कई लोग उपस्थित रहे।


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