बिलासपुर को और सशक्त बनाने आए हैं मोदी: नड्डा
नड्डा ने कहा कि यह सत्य है कि जब-जब हिमाचल में भाजपा की सरकारें रही हैं तब विकास में कई मील के पत्थर स्थापित हुए हैं।
बिलासपुर, जेएनएन। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने एम्स का शिलान्यास करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि हिमाचल को एम्स जैसी सौगात मिलने का अर्थ है कि मोदी हिमाचल से बहुत प्रेम करते हैं। उन्होंने कहा कि कोल डैम का शिलान्यास होने के बाद यह पहला मौका है कि कोई बहुत बड़ी योजना बिलासपुर को मिली है।
उन्होंने भाखड़ा विस्थापितों के दर्द को भी मोदी के सामने रखा और कहा कि बिलासपुरवासियों ने अपने अस्तित्व में आने के बाद से विस्थापन की पीड़ा को सहा है। जब वह हिमाचल में मंत्री रहे तब लगातार 15 साल तक उन्होंने भी इस मामले को उठाया और 10 साल तक अपने मुख्यमंत्रित्व काल में प्रेम कुमार धूमल ने भी इस मामले को उठाया है।
नड्डा ने कहा कि यह सत्य है कि जब-जब हिमाचल में भाजपा की सरकारें रही हैं तब विकास में कई मील के पत्थर स्थापित हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में इस समय ऐसी सरकार काम कर रही है जो अपने को ही बचाने में लगी हुई है और केंद्र से मिल रही करोड़ों की सहायता राशि का भी उपयोग नहीं कर पा रही है। अब इस सरकार को उखाड़ कर फेंकने का समय आ गया है।
नड्डा ने कहा कि एम्स के रूप में बहुत बड़ा संस्थान बिलासपुर को मिला है। इसमें न केवल जटिल रोगों का इलाज होगा बल्कि यहां पर नए डॉक्टर भी बनाए जाएंगे। इसमें 750 बिस्तर होंगे और करीब 15 से 20 ऑपरेशन थियेटर। जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि हिमाचल सरकार की नालायकी अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि जिन 69 नेशनल हाईवे की डीपीआर बनाने के लिए केंद्र ने राशि जारी की थी उसे भी यह कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई।
शांता ने पुराने दिनों की याद ताजा करवाई
सांसद शांता कुमार ने मोदी की तारीफ की, लेकिन उन्होंने बातों ही बातों में यह अहसास भी करवा दिया कि पार्टी के पुराने नेताओं को भुलाना अच्छा नहीं। उन्होंने रैली में अपने आपको जनसंघ के रूप में पेश करते हुए हिसार जेल की बातों को याद किया और कहा कि उस समय वह मात्र 19 वर्ष के थे और कश्मीर आंदोलन के कारण जेल चले गए थे। उन्होंने कहा कि उस समय की पीढ़ी की उन्हें आज भी याद आती है। अब वह 83 वर्ष के हो गए हैं और उस समय कई जेल के साथी आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी याद आती है। उस समय जेल में चर्चा होती थी कि कभी कोई ऐसी सरकार भी होगी कि जो आम लोगों की बात करेगी और जिसे गरीब की सरकार कहा जा सकेगा।
शांता कुमार ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसलिए धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने 1953 में लिए गए सपने को पूरा किया है। मोदी ने भारत के भविष्य को नई दिशा दी है। हिमाचल के लिए एम्स, ट्रिपल आइटी तथा स्टील प्लांट का तोहफा दिया है इसके लिए मोदी का आभार हिमाचल की जनता करती है, लेकिन असली आभार तो उस समय होगा जब फिर से भाजपा की सरकार हिमाचल में बनेगी और केंद्र और हिमाचल में विकास की बयार बहेगी। शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल को केंद्र सरकार से हर क्षेत्र में बहुत कुछ मिला है।
अब 60 प्लस होगा हिमाचल: धूमल
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने आभार रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वासन देते हुए कहा कि अब 50 प्लस नहीं 60 प्लस होगा क्योंकि हिमाचल के लोग अब इस तरह से मोदी का आभार प्रकट करेंगे। उन्होंने हिमाचल को मिलने वाले एम्स के बारे में कहा कि यह एक ऐसा संस्थान हिमाचल को मिला है जिससे हर हिमाचलवासी को लाभ होने वाला है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि होने के साथ साथ वीरभूमि भी है।
बिलासपुर को तो एक साथ दो-दो सम्मान हासिल हैं। आजादी से पहले का बड़ा सम्मान विक्टोरिया क्रास भी बिलासपुर के वीर भंडारी राम को मिला था और करगिल की लड़ाई में जीवित परमवीर चक्र भी संजय कुमार के रूप में बिलासपुर के पास है। उन्होंने कहा कि इसी तरह मरणेपरांत परमवीर चक्र भी हिमाचली सपूत कैप्टन विक्रम बतरा पालमपुर को मिला था। उन्होंने कहा कि हिमाचल को एम्स, ट्रिपल आइटी, दो स्मार्ट सिटी, रेलवे लाइनें और भी बहुत कुछ मोदी सरकार के कार्यकाल में मिला है।
उन्होंने प्रदेश के उस स्पेशल स्टेट के दर्जे की भी चर्चा की जिसे तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने हटा दिया था। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में पूरे प्रदेश से लोग प्रधानमंत्री का भाषण सुनने तो आए ही हैं, लेकिन वह मोदी का आभार प्रकट करने भी आए हैं। धूमल ने उस औद्योगिक पैकेज की भी चर्चा की जिसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हिमाचल को दिया था लेकिन कांग्रेस सरकार ने उसे घटा दिया
था। मोदी सरकार ने आते ही उस पैकेज को न केवल बहाल किया बल्कि उसे 10 साल तक बढ़ा भी दिया। प्रधानमंत्री का हिमाचल प्रेम इस बात से देखा जा सकता है कि उड़ान जैसी योजना आरंभ करने के लिए उन्होंने हिमाचल को चुना और शिमला से इसकी शुरुआत की।
यह भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को दी कई सौगातें