श्रद्धालु भीगते रहे और मां के जयकारे लगाते रहे
नयनादेवी : नवरात्र से पहले ही इंद्र देवता ने अपना खूब कमाल दिखाया तथा गत रात गर्मी से राहत दी। आज तक एक लाख श्श्रद्धालु मंदिर पहुंचे।
संवाद सहयोगी, नयनादेवी : नवरात्र से पहले ही इंद्र देवता ने अपना खूब कमाल दिखाया तथा गत रात गर्मी से भक्तों को अपनी ठंडी बौछारों से खूब भिगोया। इस दौरान भक्तों की भी भक्ति देखते ही बनती थी तथा मां के खूब जयकारे लगे। 12 अगस्त से जारी श्रावण अष्टमी के मेले 20 अगस्त को संपन्न होंगे। जिला प्रशासन मंदिर प्रशासन एवं नगर प्रशासन ने इन मेलों में यात्रियों की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। लगभग आठ सौ पुलिस कर्मी सुरक्षा का जिम्मा संभाले हुए हैं तथा चप्पे-चप्पे पर पुलिस पहरे में भक्त मां के दर्शन कर रहे हैं। रविवार को भारी भीड़ दर्शनों के लिए उमड़ी थी तथा अब तक लगभग एक लाख से ज्यादा भक्तों ने मां के चरणों में शीश नवाया है।
मेला अधिकारी विनय कुमार एडीएम, मंदिर न्यास अधिकारी एसडीएम अनिल चौहान तथा पुलिस प्रशासन के मेला सह अधिकारी मनोहर लाल अपना जिम्मा संभाले हुए हैं। भक्तों के लिए जगह-जगह पर लंगर लगाए गए हैं। गत दिनों भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर अधिकारी स्वयं ही सुबह दो बजे ही मंदिर में व्यवस्था संभाले हुए नजर आए। उधर, नगर परिषद् अधिकारी ने बताया कि वे स्वयं सफाई व्यवस्था पर निरीक्षण कर रहे हैं तथा सभी आगे पसरी दुकानों को लगभग हटाने को कह दिया गया है। सभी गलियों शौचालयों में कीटनाशक दवाईयां छिड़का दी जाएगी।
जबकि जल व ¨सचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता शुभम शर्मा ने कहा कि मेले में पानी की व्यवस्था सुचारू है।
बिजली विभाग के एसडीओ गुरजंट ¨सह मान ने बताया कि नयना देवी में मेलों के दोरान विद्युत व्यवस्था के लिए विभाग के 20 कर्मचारी दिन-रात लगे हैं।
मंदिर न्यास के अध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि अभी तक माता के भक्त आराम से दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सभी सुरक्षा कर्मियों से सतर्क रहने की अपील की है।
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सवा 16 लाख चढ़ा नकद
नयना देवी : विख्यात तीर्थस्थल श्री नयना देवी जी में श्रावण अष्टमी का दूसरा नवरात्र शांतिपूर्वक से संपन्न हो गया। मंदिर कार्यालय के अनुसार दूसरे दिन लगभग 40 हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। जानकारी के अनुसार दूसरे नवरात्रे के दौरान न्यास को कुल 16,33,357 रुपये नकद तथा 68 ग्राम सोना तथा चार किलो 950 ग्राम चांदी तथा 10 यूरो चढ़ावे के रूप में न्यास को प्राप्त हुए हैं।