बामटा जिला परिषद वार्ड में कांग्रेस के ही तीन उम्मीदवार
जागरण संवाददाता बिलासपुर जिला परिषद के बामटा वार्ड में कांग्रेस अपनी अंदरूनी लड़ाई में
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : जिला परिषद के बामटा वार्ड में कांग्रेस अपनी अंदरूनी लड़ाई में घिर गई है। हालांकि अभी तक जिला परिषद के इस वार्ड को लेकर नामांकन की प्रकिया पूरी होने के बाद ही मैदान में रहने वाले कांग्रेस पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी। लेकिन इससे पूर्व इस वार्ड में कांग्रेस से प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर संबद्धता वाले नेताओं की सक्रियता इस बात के साफ संकेत दे रही है कि हालात नामांकन के बाद भी मुश्किल से ही बदलेंगे।
इस बीच, सदर हलके के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी अपने ही एक समर्थक युवा नेता सुनील कुमार को घोषित भी कर चुके हैं। विपरीत इसके दूसरे नेता इसे तवज्जो नहीं दे रहे हैं। इनका कहना है कि यह चुनाव पार्टी लाइन पर नहीं हो रहा है। इसमें तमाम उम्मीदवारों का अपना निजी रसूख व समाजिक पकड़ ही उसे जीत की ओर ले जाएगा। जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष अंजना धीमान से बात करने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ आया।
जिला परिषद के बामटा वार्ड में कांग्रेस के तीन युवाओं की सक्रियता सामने आ रही है। इनमें कंदरौर निवासी व युवा कांग्रेस में लंबे समय से सक्रिय गौरव शर्मा ने काफी पहले से इस सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था और उन्होंने सबसे पहले चुनाव प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया है। उन्होंने अपना चुनावी एजेंडा भी सोशल मीडिया के जरिये आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है। उनका आम जनता में संवाद बनाने का तरीका खासा चर्चा में है।
इस बीच, सदर विस हलके के ही कांग्रेस के पूर्व विधायक तिलकराज शर्मा के बेटे सिविल इंजीनियर गौरव शर्मा भी सक्रिय हैं। उनके पिता इस हलके से विधायक रहे हैं और उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक बार चुनाव में पराजित भी किया था। तिलकराज शर्मा की पहचान का फायदा उनके बेटे गौरव शर्मा को मिल रहा है। तिलक राज शर्मा ने भी खुद वार्ड की तमाम पंचायतों में मोर्चेबंदी की है।
तीसरे युवा हैं सुनील कुमार। सुनील कुमार पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर के समर्थक हैं। वह उनके साथ उनके निजी सहायक के तौर पर भी स्वेच्छा से सेवाएं देते रहे हैं। बंबर ठाकुर उनके समर्थन में में उतरे हैं। वह उन्हें ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की ओर से अधिकृत उम्मीदवार भी करार दे रहे हैं।
मतलब साफ है कि तीनों ही उम्मीदवार कांग्रेस की पृष्ठभूमि से है और तीनों में परस्पर राजनीतिक दूरियां जगजाहिर हैं। खासकर तिलकराज शर्मा व बंबर ठाकुर के बीच में पार्टी के भीतर ही राजनीतिक प्रतिद्वंदिता चल रही है। कंदरौर के युकां नेता गौरव शर्मा के पिता जाने-माने चिकित्सक हैं। उनके साथ कांग्रेस की पृष्ठभूमि तो है ही बल्कि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी इस चुनाव में काफी हद तक मायने रख रही है।