पार्क बना जंगल, कैसे होगा स्वास्थ्य मंगल
बच्चों बुजुर्गों के टहलने और कामकाजी लोगों के फुर्सत के पलों को व्
संजीव शामा, घुमारवीं
बच्चों, बुजुर्गों के टहलने और कामकाजी लोगों के फुर्सत के पलों को व्यतीत करने के मकसद से बनाए पार्कों की दयनीय स्थिति को देखकर आज घुमारवीं क्षेत्र का हर व्यक्ति दंग है। नगर परिषद घुमारवीं में नए पार्क तो दूर पुराने पार्क भी अस्तित्व खो चुके हैं।
लाखों की लागत से तैयार इन पार्कों में कहीं गंदगी के ढेर लगे हैं, तो फुटपाथ एवं अन्य स्थानों पर घास उग रही है। गंदगी व जंगली घास के कारण जहरीले कीड़ों का डर हर समय पार्क में बना रहता है। पार्क की बदहाल स्थिति के चलते बच्चों का खेलना एवं लोगों की सुबह की सैर करना दूभर हो गया है।
2016-17 में शहरी विकास विभाग से घुमारवीं के सभी वार्डों में पार्क निर्माण के लिए करीब 70 लाख रुपये मिले थे। इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी नगर परिषद नाकामी की वजह से आज तक 70 लाख में से करीब 30 लाख रुपये ही खर्च कर पाया है और यह दावा भी नगर परिषद का है, परंतु पार्कों की हालत देखी जाए, तो यह किसी के लिए भी समझना कठिन होगा कि आखिर यह पैसा कहां खर्च किया गया है। किसी पार्क को लोगों ने कपड़े सुखाने का साधन बना रखा है तथा किसी में झाड़ियां तथा जंगली घास उगी है। नगर परिषद घुमारवीं शहर में पार्क बनवाने में असफल रही है। इस कारण लोगों को सुबह-शाम सैर करने के लिए सड़क पर निकलना पड़ता है।
-विमला देवी, निवासी घुमारवीं जीवन के इस पड़ाव में हमारे जैसे लोगों को सुबह-शाम ताजी हवा में सांस लेने की बहुत जरूरत होती है, लेकिन शहर में कहीं भी ऐसा स्थान नहीं है जहां आराम से टहला जा सके।
-अमरनाथ शर्मा, निवासी घुमारवीं घुमारवीं में सुबह-शाम टहलने के लिए कोई भी पार्क की व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद को इस ओर भी थोड़ा ध्यान देना चाहिए तथा योजनाबद्ध तरीके से पार्कों का निर्माण करना चाहिए।
-लता शर्मा, निवासी घुमारवीं शहर में कोई पार्क न होने की वजह से बच्चे खेलने बाहर नहीं जा पाते हैं, जिससे उनमें घर के अंदर बैठे-बैठे टीवी तथा मोबाइल पर खेलने की आदत विकसित होती जा रही है।
-बंसी चौहान, निवासी घुमारवीं शहर में दो-तीन पार्कों का निर्माण कार्य पूरा होने के कगार पर है तथा इसके बाद जल्द ही इन में घास, झूलों तथा बेंच लगाकर तैयार कर दिया जाएगा। नगर परिषद के पास बजट है लेकिन कहीं-कहीं पर जमीन संबंधित दिक्कतें आ रही हैं। जल्द ही दिक्कतों को दूर कर लिया जाएगा तथा पुराने पार्कों के रखरखाव की योजना भी बनाई गई है जल्द ही उस पर अमल किया जाएगा।
-रीता सहगल, अध्यक्ष नगर परिषद घुमारवीं