कंदरौर चौक के निकट कूड़े के ढेर, बदबू से जीना मुश्किल
कंदरौर से कुछ दूरी पर बरमाणा के लिए वाया सलनू जाने वाले चौक पर
संवाद सहयोगी, कंदरौर : कंदरौर से कुछ दूरी पर बरमाणा के लिए वाया सलनू जाने वाले चौक पर दुकानदारों, दूसरे राज्यों व किराये पर रहने वाले लोगों द्वारा गंदगी फैलाई जा रही है। इसकारण समीप की दुकानों व राहगीरों को बदबू से परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोग यहां पर गली सड़ी सब्जियां, फल व घरों से निकलने वाला कचरा फेंक जाते है। गंदगी के कारण मच्छर आदि का पनपना आम बात है। जहां लोग स्वच्छ भारत बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं वहीं कुछ इस विचारधारा की धज्जियां उड़ा रहे है। लोग कूड़े को कूड़ेदान में डालना अपनी शान के खिलाफ समझ रहे हैं।
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कमला देवी ने कहा कि दुकान में बैठना मुश्किल हो गया है। बदबू व मच्छर होने के कारण लोग दुकान में आना भी पसंद नहीं करते हैं। इस कारण उनकी रोजी रोटी पर भी असर पड़ रहा है। लोगों को कई बार कूड़े को खुले में न फेंकने के लिए कहा गया है लेकिन लोग मौका देखकर यहां पर कूड़ा फेंक जाते हैं। गंदगी से बीमारियों के फैलने का डर भी बना हुआ है।
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पंकज ने कहा कि लोग कूड़दानों का प्रयोग नहीं करते हैं तथा चौक से कुछ ही दूरी पर कूड़ा खुले में फेंक जाते हैं। गंदगी फैलने के कारण यहां पर मच्छरों की भरमार हो गई है। कई बार लावारिस पशु भी इन कूड़े के ढेरों पर मुंह मारते नजर आते हैं। ऐसे में चौक के समीप रह रहे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
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अनमोल ने कहा कि कूड़े के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खुले में कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। यदि इन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए तो खुले में कूड़ा फेंकने से रोक लग सकती है। पंचायत प्रधान को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
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जितेंद्र ने कहा कि कई बार बोलने के बाद भी लोग कूड़ा खुले में फेंक रहे हैं। इस कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। भारत को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है लेकिन यहां पर लोग कूड़ा कचरा खुले में फेंक कर निर्मल भारत की मुहिम को पीछे धकेल रहे हैं।
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सन्नी का कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि दूसरे लोगों को भी सबक मिल सके तथा लोग खुले में कूड़ा न फेंक सकें। लोगों को कूड़ेदान का प्रयोग करना चाहिए। यदि क्षेत्र में साफ सफाई रहेगी तो लोगों में बीमारियों के फैलने का भी डर नहीं रहेगा।
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कुलदीप धीमान ने कहा कि स्थानीय के साथ दूसरे राज्यों के लोगों को कूड़ेदान का प्रयोग करने के लिए कहा गया है। यह कूड़ादान मार्केट से दूर नाले में बनाया गया है। स्थानीय दुकानदार नाले तक जाकर कचरे को कूड़ेदान में डालने की जहमत नहीं उठाते हैं। कोई भी व्यक्ति चाहे कूड़ा चौक पर फेंकता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी।