धूमल का नड्डा के बेटे की धाम में न जाने का कहीं यह कारण तो नहीं, चर्चाएं तेज; पढ़ें पूरा मामला
Nadda Son marriage Reception भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी विजयपुर में आयोजित धाम में नहीं आए।
विजयपुर (बिलासपुर), राजेश्वर ठाकुर। घर में न्योता देने के बावजूद प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व उनके परिवार से उनके बेटे विधायक विक्रमादित्य सिंह ने भी शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के घर पर बेटे की शादी पर आयोजित प्रीतिभोज में हिस्सा नहीं लिया। इनके अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी विजयपुर में आयोजित धाम में नहीं आए। हालांकि उनके परिवार से उनके बड़े बेटे एवं केंद्रीय राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर नवदंपती को आशीर्वाद देने भी पहुंचे और उन्होंने धाम भी खाई। धूमल के न आने के पीछे चर्चा यह भी है कि नड्डा ने उन्हें घर आकर न्योता नहीं दिया, जबकि वीरभद्र सिंह को होलीलॉज में पहुंचकर निमंत्रण दिया था। वीरभद्र सिंह पूर्व मुख्यमंत्री हैं तो प्रेम कुमार धूमल भी दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ऐसे में यह चर्चा शुरू हो गई है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल शांता कुमार भी नड्डा के घर पर उन्हें बेटे की शादी पर बधाई देने पहुंचे और धाम भी खाई। आज दिनभर चले कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड से भी कई पार्टी के नेताओं ने भी नवदंपती को सुखी वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं दी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने अपने हिमाचल दौरे की शुरुआत में सोलन जिले में हुए कार्यक्रम के बाद राजधानी शिमला में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह के घर पर जाकर उन्हें अपने बेटे की शादी समारोह पर आयोजित धाम में शामिल होने का न्योता दिया था। यहां तक कि वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया में नड्डा के उनके घर पर निमंत्रण देने के लिए आने से जुड़ी हुई कुछ तस्वीरें भी शेयर की थी। जबकि कांग्रेस में आशा कुमारी और मुकेश अग्निहोत्री नेता प्रतिपक्ष को छोड़कर लगभग सभी विधायक एवं पूर्व विधायक जेपी नड्डा के घर पर पहुंचे।
माना जा रहा था कि भाजपा से हिमाचल में दो बार मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल निश्चित तौर पर नड्डा के घर पर देर से ही सही लेकिन शाम तक पहुंच जाएंगे लेकिन जब दोपहर बाद आए केंदीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर सबकी नजऱें गईं तो उनके साथ उनके पिता प्रेम कुमार धूमल के न आने से कई चर्चाएं शुरू हो गईं। हालांकि उनके समारोह में शामिल न होने के पीछे के कारणों को लेकर किसी भी स्तर पर पुष्ट जानकारी नहीं मिल पाई। लेकिन धूमल का न आना न केवल बिलासपुर के लोगों को बल्कि कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही सियासी गलियारों में भी खटकता रहा।