भराड़ी में बिजली कटों से नहीं मिल रहा छुटकारा
भराड़ी क्षेत्र के तहत बिजली सप्लाई के अघोषित कटों ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। यह कट पांच मिनट से लेकर एक घंटे तक लग रहे हैं। ऐसे में जहां लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं वहीं विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। अघोषित कट लगने के कारण अभिभावकों को अब बच्चों के भविष्य का
सुबह-शाम मनमर्जी से बिजली बंद कर रहा बोर्ड, लोग हो रहे परेशान
फोटो नंबर 12 से 16
संवाद सहयोगी, भराड़ी : भराड़ी क्षेत्र के तहत बिजली के अघोषित कट ने लोगों की परेशानी को बड़ा दिया है। यहां हैरानी की बात है कि बिजली के कट पांच मिनट से लेकर एक घंटे तक लग रहे हैं। ऐसे में जहां लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं, वहीं, विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी इसका असर असर हो रहा है। अघोषित कट के चलते अभिभावकों को अब बच्चों के भविष्य का डर सता रहा है। वहीं सुबह के समय लाइट न होने से गृहिणी तथा कर्मचारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लाइट न होने से कोई भी काम समय पर नहीं हो रहा है, जिसके कारण कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंच रहे हैं। लोगों की मानें तो यह सिलसिला पिछले दो महीनों से चला हुआ है। लाइट सुबह कभी 6 बजे तो कभी सात बजे चली जाती है। यह कट कभी पांच मिनट के लिए लगता है तो कभी आधा घंटा बीतने के बाद भी लाइट नहीं आती है। परीक्षाओं का समय होने के कारण बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। बोर्ड के अधिकारी समस्या का समाधान करने के लिए कोई गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। कभी कभी बिजली का लोड इतना अधिक बढ़ जाता है कि इससे बिजली के उपकरणों टीवी, मोबाइल, फ्रिज आदि के जलने का खतरा बढ़ जाता है। यह समस्या मिहाड़ा, भराड़ी, मरहाणा के साथ साथ अन्य क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। भराड़ी क्षेत्र में अघोषित कट लगने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली के जाने और आने का कोई समय निर्धारित नहीं है। रूटीन में ही लाइट जा रही है और कभी पता नहीं होता कब आ रही है कब जा रही है।
अशोक कुमार बिजली के अघोषित कट लगने से लोगों की दैनिक कार्यप्रणाली पर असर पड़ रहा है। कट लगने की कोई सूचना भी नहीं होती है। इससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर असर पड़ रहा है। अधिकारी समस्या का समाधान करने के लिए कोई गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
सुनील कुमार धीमान बिजली के अघोषित कट लगने से उनका व्यापार भी ठप होता जा रहा है। वह बेल्डिग का कार्य करते हैं, लेकिन लाइट के बार-बार जाने से वह लोगों के कार्य समय पर नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें व्यापार में घाटा उठाना पड़ रहा है।
प्रदीप शर्मा अघोषित कट से लोगों का ड्यूटी पर जाना मुश्किल हो रहा है। यह कट पिछले दो तीन महीनों से लग रहे हैं। अब बच्चों की परीक्षाओं का भी समय है। ऐसे में यदि लाइट ऐसे ही गुल होती रही तो बच्चों का भविष्य अंधेरे में डूब जाएगा।
लाल सिंह हर रोज लगने वाले कट से लोग परेशान हैं। कट का कोई समय निश्चित नहीं है। यह कट पांच मिनट से लेकर एक घंटे तक होते हैं। समस्या पिछले तीन महीनों से बनी हुई है, लेकिन अधिकारी अभी तक समस्या का समाधान नहीं कर पाए हैं।
निर्मला वर्मा अघोषित कट लगने का खमियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। लाइट न होने के कारण कर्मचारी समय पर ड्यूटी में नहीं पहुंच पाते हैं। बोर्ड के अधिकारियों को समस्या से अवगत करवाया गया है, लेकिन समस्या जस की तस की बनी हुई है।
बीना देवी