जल जनित रोगों से निपटने के लिए प्रशासन तैयार
जल जनित रोगों से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी कमर कस ली है।
जागरण संवाददाता, शिमला : जल जनित रोगों से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी कमर कस ली है। स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करेगा। इसके लिए बाकायदा अभियान छेड़ेगा। प्रशासन ने संबंधित विभागों को भी उचित निर्देश जारी कर दिए हैं। इस सिलसिले में उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बैठक की। इसमें उन्होंने पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने की भी कड़ी हिदायतें दी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि शिमला में पेयजल संकट की पिछले साल की पुनरावृति नहीं होनी चाहिए।
निर्देश दिए हैं कि गर्मियों में शिमला शहर तथा आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छ, सुचारू जलापूर्ति करने के लिए नगर निगम शिमला, संबंधित विभाग बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्य करें। गोयल ने कहा कि जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा लोगों को समूचित एवं स्वच्छ जलापूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि रिसाव वाली मुख्य ट्रंक लाइनों को बदलने का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया है। इससे पेयजल लाइन में हो रहे रिसाव में सुधार हुआ है। नगर निगम को निर्देश दिए कि वे विभिन्न वार्डो के लिए समय सारिणी निर्धारित कर समान जल वितरण सुनिश्चित बनाएं। जलाशयों, जल भंडारण टैंकों का समुचित रख-रखाव, सफाई तथा समय-समय पर टैंकों की सफाई की जानी आवश्यक है। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता शिविरों का आयोजन भी किया जाना चाहिए। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को इस संबंध में किए जा रहे कार्यो की सात दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए।
राजेश्वर गोयल ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को निर्देश दिए कि जलजनित रोगों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक बनाए। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त देवाश्वेता बनिक, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था प्रभा राजीव, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल नरेश ठाकुर, सहायक आयुक्त निशांत ठाकुर, उपमंडलाधिकारी शिमला शहरी नीरज चांदला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज मित्तल आदि मौजूद रहे।