मेटरनिटी लीव पर गई महिला की जगह दे दी नई नियुक्ित Bilaspur News
सीएमओ दफ्तर में ही आउटसोर्स महिला कर्मी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व महिला आयोग को सीएमओ दफ्तर के खिलाफ मानसिक उत्पीडऩ करने की शिकायत की है।
बिलासपुर, जेएनएन। बिलासपुर सीएमओ कार्यालय एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। मौजूदा सीएमओ के खिलाफ विभागीय जांच से लेकर नियमों के विरुद्ध एक युवती को मेटरनिटी लीव पर गई महिला कर्मचारी के स्थान पर मनमर्जी से नियुक्ति करने के मामले में संदेह के घेरे में आए इस दफ्तर पर अब एक अन्य महिला ने उंगली उठाई है। सीएमओ दफ्तर में ही आउटसोर्स महिला कर्मी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व महिला आयोग को सीएमओ दफ्तर के खिलाफ मानसिक उत्पीडऩ करने की शिकायत की है। महिला ने डायरेक्टर फूड सेफ्टी एंड हेल्थ सर्विसेज को भी शिकायत पत्र दिया है। महिला कर्मी ने कहा है पहले तो सीएमओ कार्यालय में नियमों के विरुद्ध जाकर उनकी जगह किसी दूसरी युवती को नियुक्ति दी गई।
यह युवती अब अपनी तनख्वाह मांग रही है और सरकार को उसने भी शिकायत की है। लेकिन जब वह मेटरनिटी लीव से लौट आई है तो उसे सीएमओ कार्यालय में तैनात उच्चाधिकारी लगातार मानसिक तौर पर परेशान कर रहे हैं। उसे ज्वाइङ्क्षनग के बाद अब तक काम नहीं दिया गया है और उसे एमएस ऑफिस में भी शिफ्ट करके वहां फ्री बिठाया जा रहा है। बिलासपुर का सीएमओ कार्यालय पिछले कुछ वर्षों से लगातार विवादों के घेरे में रहा है। यहां तैनात रहे पिछले सीएमओ पर तय कीमतों से अधिक मूल्य पर उपकरण आदि खरीदने का आरोप है। मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेशों पर जांच भी हुई, लेकिन इसके नतीजे अब तक नहीं आए हैं।
पिछले दिनों फॉगिंग मशीन का मामला सामने आया। इसमें भी सीएमओ कार्यालय संदेह के घेरे में आया। अभी कुछ समय पहले सीएमओ कार्यालय ने बगैर डायरेक्टर फूड सेफ्टी एंड हेल्थ सर्विसेज से इजाजत लिए एक ऐसी महिला कर्मी की जगह पर नई नियुक्ति कर दी जो कि मेटरनिटी लीव पर गई थी। लेकिन डायरेक्टर की ओर से इस मामले में जबाव तलब किए जाने के बाद उस नियुक्त की गई युवती को अचानक हटा दिया गया। वह भी अब अपनी तनख्वाह मांग रही है। अब सीएमओ कार्यालय से उसे जबाव दिए नहीं बन रहा है।
सीएमओ से लेकर कार्यालय अधीक्षक तक सभी उस नियुक्ति से मुकर रहे हैं। लेकिन अब मेटरनिटी लीव पर गई महिला कर्मी 20 अगस्त को ड्यूटी पर लौट आई है। अब इस महिला ने महिला आयोग को पत्र लिखकर सीएमओ कार्यालय में तैनात उच्चाधिकारी वर्ग पर उसे नौकरी से बाहर करने के लिए साजिश रचने और मानसिक तौर पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। मामले में जांच शुरू हो गई है। दो ऐसे कर्मचारी भी जांच के दायरे में आ रहे हैं जिनके खिलाफ नामजद शिकायत की गई है। ये दोनों कर्मचारी इससे पहले भी कई विवादों के घेरे में आते रहे हैं। महिला ने सोमवार को बताया कि दोनों कर्मचारी उस पर अब समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। जिला उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि उक्त मामले को लेकर सीएमओ से बातचीत की जाएगी तथा जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह अमल में लाई जाएगी।