बिलासपुर में फिर डेंगू फैलने की आशंका
गत वर्ष बिलासपुर में फैले डेंगू के मामलों के बावजूद इस साल भी इसे लेकर प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है । प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह जगह डेंगू से बचने के लिए बड़े बड़े बैनर व होर्डिंग लगाने के लिए तो लाखों रूपए तो खर्च किए जा रहे हैं । दूसरी तरफ शहर में जगह जगह कबाड़ खुले में पड़ा है । जिसमें डेंगू के मच्छरों का लारवा पनपने का खतरा बना हुआ है । इस पर न तो नगर परिषद और न ही प्रशासन कोई ध्यान दे रहा है । इससे हजारों लोगों की जान को खतरा बना हुआ है । पिछले साल बिलासपुर शहर में दो हजार से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आए थे । इसके बाद भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है ।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : बिलासपुर में बीते वर्ष फैले डेंगू के मामलों के बावजूद इस साल भी इसे लेकर प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह डेंगू से बचने के लिए बड़े-बड़े बैनर व होर्डिग लगाने के लिए तो लाखों रूपए तो खर्च किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ शहर में जगह जगह कबाड़ खुले में पड़ा है। जिसमें डेंगू के मच्छरों का लारवा पनपने का खतरा बना हुआ है।
बिलासपुर शहर में पिछले साल डेंगू फैला था इस साल भी डेंगू फैलने का खतरा बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग जिला भर में लोगों को जागरूक के करने के लिए शिविरों का आयोजन कर रहा है। लेकिन बिलासपुर शहर में जगह-जगह सड़क किनारे पड़े कबाड़ को उठाने के लिए नगर परिषद व प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
शहर के डयारा सेक्टर में पड़े कबाड़ टूटे बर्तन, पुराने टायरों का ढेर लगा हुआ है । जिसे हटाने के लिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
नगर परिषद द्वारा कुछ समय पहले शहर में कबाड़ का कार्य करने वालों को खुले में कबाड़ न रखने के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए गए थे। जुर्माने का प्रावधान भी रखा गया था। लेकिन शहर से कबाड़ नहीं हटाया जा रहा है। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है । वहीं, कार्यकारी उपायुक्त बिलासपुर विनय धीमान ने बताया कि मामले पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विशेष बैठक का भी आयोजन किया जाएगा ताकि जिससे डेंगू से बचा जा सके। अधिकारियों को जरूरी निर्देश देंगे।